
विधायक शत्रुघ्न ने जलापूर्ति योजनाओं की स्थिति पर उठाए सवाल
डीजे न्यूज, कतरास (धनबाद) : विधायक शत्रुघ्न महतो ने झारखंड विधानसभा बजट सत्र के अंतिम दिन अपने क्षेत्र में लंबित जलापूर्ति योजनाओं को लेकर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने सदन में सरकार का ध्यान बाघमारा क्षेत्र में जल संकट की ओर आकर्षित किया। विधायक शत्रुघ्न ने बताया कि बाघमारा क्षेत्र आदिवासी बहुल एवं कोलियरी व अग्नि प्रभावित क्षेत्र है, जहां जलस्तर काफी नीचे चला गया है। इस कारण क्षेत्र की जनता को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि तेलमोचो जलापूर्ति योजना, महुदा जलापूर्ति योजना, पथलगड़िया जलापूर्ति योजना सहित कई अन्य जलापूर्ति परियोजनाएं वर्षों से लंबित हैं। वहीं, जल जीवन मिशन के तहत फेज-1 और फेज-2 की जलापूर्ति योजनाएं भी अधूरी पड़ी हुई हैं, जिससे लोगों को पर्याप्त पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने कहा कि बाघमारा की जनता जल संकट से जूझ रही है। जल जीवन मिशन के तहत चल रही योजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए। अधूरी जलापूर्ति योजनाओं की समय-सीमा निर्धारित कर सरकार जल्द से जल्द इन्हें पूर्ण कराए। सरकार ने जवाब में बताया गया कि तेलमोचो जलापूर्ति योजना में 9 गांवों को शामिल किया गया है, जिसमें 3,680 लाभार्थी परिवार हैं। यह योजना पुरानी होने के कारण इसमें कई तकनीकी समस्याएं आईं, जिससे पानी की आपूर्ति बाधित हो रही है। इसी प्रकार महुदा बस्ती जलापूर्ति योजना और पथलगड़िया जलापूर्ति योजना भी वर्षों से बंद पड़ी हैं। फेज-1 की जलापूर्ति योजना 2018 में शुरू हुई थी, लेकिन 7 साल बाद भी केवल 60-70% काम ही पूरा हुआ है, जबकि फेज-2 की योजना 2023 में शुरू हुई थी, जो अभी भी अधूरी है। विधायक ने सरकार से मांग की कि जलापूर्ति योजनाओं की समय-सीमा तय कर उन्हें शीघ्र पूरा किया जाए, ताकि क्षेत्र के लोगों को पानी के लिए भटकना न पड़े।