
रामगढ़ में ईद, सरहुल व रामनवमी को लेकर शांति समिति की बैठक, सौहार्दपूर्ण माहौल में त्योहार मनाने का संकल्प
डीजे न्यूज, रामगढ़ : आगामी ईद, सरहुल और रामनवमी पर्व को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के उद्देश्य से रामगढ़ जिले के मांडू थाना, कुजू ओपी और घाटो ओपी में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में तीनों समुदायों के जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए।
मांडू थाना परिसर में हुई बैठक, सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने की अपील
मांडू थाना परिसर में आयोजित बैठक की अध्यक्षता मांडू अंचल अधिकारी ने की। इस दौरान पुलिस निरीक्षक सुरेश लिंडा, कुजू ओपी प्रभारी नौशाद आलम, और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने पर्वों के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए।
बैठक में 20 सूत्री समिति के मोहम्मद गुलाम नबी, पूर्व सदर कयूम खान, सुधीर कुमार सिंह, सरवन सिंह, मनीष कुमार, बालेश्वर शर्मा, मनोज गिरी, वार्ड पार्षद हिंदी देवी, अर्जुन यादव, मुबारक अंसारी, एल.के. क्षा समेत कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
पुलिस निरीक्षक सुरेश लिंडा ने निर्देश दिया कि रामनवमी जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से निर्धारित मार्गों से निकाला जाए और डीजे पर भड़काऊ गाने न बजाए जाएं, ताकि किसी भी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे।
दोपहर 3 बजे मांडू प्रखंड विकास पदाधिकारी रितिक कुमार की अध्यक्षता में दूसरी शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। इसमें पुलिस निरीक्षक सुरेश लिंडा, थाना प्रभारी राम परवेश पासवान, अमरेंद्र कुमार गुप्ता, मोहम्मद मिस्टर आलम, सदर मुमताज कुरैशी, छोटेलाल भुइयां, मोहम्मद जावेद हुसैन, छोटेलाल साहू, राम रतन यादव, नौ रतन कुमार समेत अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
बैठक में सभी समुदायों से आपसी भाईचारा बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की गई।
घाटो ओपी में हुई तीसरी बैठक, सुरक्षा को लेकर प्रशासन सख्त
शाम 4 बजे घाटो ओपी परिसर में तीसरी शांति समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता पुलिस निरीक्षक सुरेश लिंडा ने की। बैठक में घाटो ओपी प्रभारी दीपक कुमार सिंह सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
इस दौरान पर्वों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने, असामाजिक तत्वों पर विशेष नजर रखने और सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए।
प्रशासन ने की शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील
तीनों बैठकों में प्रशासन ने साफ किया कि किसी भी तरह की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, और किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जनप्रतिनिधियों और नागरिकों से भी अपील की गई कि वे कानून-व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें और पर्वों को शांतिपूर्ण माहौल में मनाएं।