नदियों से बालू उठाव प्रतिबंधित, बावजूद बराकर नदी से रोज हो रहा दो सौ ट्रक बालू उत्खनन

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नदियों से बालू उठाव प्रतिबंधित, बावजूद बराकर नदी से रोज हो रहा दो सौ ट्रक बालू उत्खनन

बगोदर-सरिया में खुलकर चल रहा बालू का अवैध कारोबार, सरकारी भवनों में भी हो रहा इस्तेमाल 

डीजे न्यूज, बगोदर(गिरिडीह) : बगोदर इलाके में बालू तस्करी का धंधा जोरों पर है। अंचल अधिकारी मुरारी नायक ने बताया कि घाटों की नीलामी नहीं हुई है, इसलिए नदी से बालू उठाव पूरी तरह प्रतिबंधित है। इसके बावजूद सरिया स्थित बराकर नदी से हर दिन करीब 200 ट्रैक्टर बालू बगोदर और विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र में पहुंच रहा है।

रात के अंधेरे में होती है तस्करी

रात के अंधेरे में हाइवे और हाइवा के जरिए बालू की तस्करी हो रही है। ट्रैक्टर सरिया सड़क से होकर बगोदर जीटी रोड तक आते हैं, फिर हरिहरधाम के रास्ते विष्णुगढ़ इलाके में बालू पहुंचाया जा रहा है।

बालू की कीमतें

बगोदर में बालू की कीमत 1500 से 1600 रुपए प्रति ट्रैक्टर है, जबकि विष्णुगढ़ में 2000 से 2200 रुपए प्रति ट्रैक्टर बेचा जा रहा है। बालू माफिया ही महिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय और बगोदर प्रखंड अंचल में बन रहे करोड़ों के सरकारी भवनों में बालू की आपूर्ति कर रहे हैं।

सरकारी भवनों में इस्तेमाल

महाविद्यालय भवन बना रहे संवेदक मनोज सिंह ने माना कि वह ब्रोकरों के जरिए बालू खरीद रहे हैं और बालू चोरी का हो सकता है, इसकी संभावना ज्यादा है। विभागीय जेई वीरेंद्र कुमार ने कहा कि उनका काम सिर्फ क्वालिटी देखना है और यदि घाटों की नीलामी नहीं हुई है, तो चोरी के बालू के इस्तेमाल से इनकार नहीं किया जा सकता।

प्रशासन की भूमिका

प्रखंड प्रमुख आशा राज ने कहा कि बगोदर में बालू का अवैध कारोबार चरम पर है और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। उप प्रमुख धीरेंद्र उर्फ हरेंद्र सिंह ने कहा कि वर्षों से बालू घाटों की नीलामी नहीं हुई है।

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