क्या तेजस्वी की तरह हेमंत बिहार में गाड़ सकेंगे खूंटा 

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क्या तेजस्वी की तरह हेमंत बिहार में गाड़ सकेंगे खूंटा 

झामुमो अध्यक्ष बनने के बाद झारखंड के बाहर पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव में होगी परीक्षा 

आइएनडीआइए नेतृत्व सीट शेयरिंग में आसानी से नहीं देगा झामुमो को तवज्जो, माले के स्टैंड पर रहेगी नजर

देवभूमि झारखंड न्यूज की खास रिपोर्ट 

दिलीप सिन्हा, देवभूमि झारखंड न्यूज, धनबाद : भारत-पाकिस्तान के बीच अब सीजफायर है। सीमा पर शांति है। इधर नवंबर या दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। पड़ोसी राज्य झारखंड भी इस सरगर्मी से अछूता नहीं है। राज्य की सबसे बड़ी एवं सत्ता की स्टेयरिंग पर बैठी पार्टी झामुमो के लिए बिहार विधानसभा चुनाव में आइएनडीआइए के प्लेटफार्म पर मजबूती से दावेदारी पेश कर चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की चुनौती है। ऐसे में झामुमो के कार्यकर्ता व समर्थक यह सवाल कर रहे हैं कि क्या राजद नेता व बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने जिस तरह रांची में खूंटा गाड़ा था उसी तरह झामुमो के अध्यक्ष व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पटना में खूंटा गाड़ सकेंगे। अभी पिछले महीने ही हेमंत सोरेन महाधिवेशन में झामुमो के अध्यक्ष चुने गए हैं। झामुमो अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार हेमंत की परीक्षा झारखंड के बाहर बिहार के विधानसभा चुनाव में होगी। इस परीक्षा का सामना वह कितनी मजबूती से करेंगे, इस पर समर्थकों की नजर होगी। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि झामुमो ने झारखंड में गठबंधन बराबर अपनी शर्तों पर किया है, चाहे उसकी स्टेयरिंग पर शिबू सोरेन बैठे हों या फिर हेमंत सोरेन। इसके बावजूद यह भी एक सच्चाई है कि झामुमो कभी भी गठबंधन में न तो बिहार में और न ही बंगाल में एक भी सीट पर चुनाव लड़ सका है। राज्य बनने के बाद बिहार में एक बार उसके एक विधायक जीते जरूर थे, लेकिन वह भी अकेले लड़कर। यहां हम आपको बता दें कि आइएनडीआइए में झारखंड में झामुमो, कांग्रेस, राजद और भाकपा माले है। झारखंड में आइएनडीआइए की कमान हेमंत सोरेन संभालते हैं। वहीं बिहार में आइएनडीआइए में राजद, भाकपा माले, भाकपा और माकपा है। बिहार में आइएनडीआइए की कमान तेजस्वी यादव संभालते हैं। अभी छह महीने पहले हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में रांची में डेरा डालकर हेमंत सोरेन पर दबाव बनाकर तेजस्वी यादव आइएनडीआइए में छह सीटें लेने में सफल रहे थे।

अब बारी हेमंत सोरेन की है। अब सवाल उठता है कि क्या हेमंत सोरेन उसी तरह तेजस्वी यादव पर दबाव डालकर बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो को सीटें दिला सकेंगे। हेमंत यदि ऐसा कर सकें तो राज्य के बाहर विस्तार का झामुमो ने अपने रांची महाधिवेशन में जो संकल्प लिया है, वह साकार होगा। साथ ही आइएनडीआइए में राष्ट्रीय स्तर पर भी हेमंत का कद बढ़ेगा।

झारखंड विधानसभा चुनाव में तेजस्वी ने इस तरह बनाया था दबाव 

2024 के विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन ने कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश प्रभारी मीर के साथ मिलकर ऐलान कर दिया था कि झामुमो और कांग्रेस मिलकर राज्य की 81 में से 70 विधानसभा सीटों पर लड़ेगी। बाकी 11 सीटों को सहयोगी दलों राजद और भाकपा माले को दिया जाएगा। इस एकतरफा घोषणा से तेजस्वी यादव भड़क गए। वह तुरंत राज्यसभा सदस्य मनोज झा समेत अपने नेताओं की टीम के साथ पटना से हवाई जहाज से उड़ान भरकर रांची पहुंच गए। रांची आते ही वह हेमंत सोरेन से मिले और सीट शेयरिंग को लेकर नाराजगी जाहिर की। बावजूद बात नहीं बनी। इसके बाद तेजस्वी ने रांची के एक होटल में डेरा डाल दिया। मोर्चा पर मनोज झा को लगा दिया। मनोज झा ने प्रेस कांफ्रेंस कर धमकी दी कि गठबंधन के तहत उसे कम से कम नौ सीटें मिले नहीं तो राजद 18 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारेगा। हालांकि हेमंत इससे चिंतित नहीं हुए। तेजस्वी बैकफुट पर आए और सीटों पर समझौता हो गया। समझौते के तहत झामुमो 41, कांग्रेस 30, राजद 6 और भाकपा माले के चार सीटों पर लड़ने की सहमति बनी। हालांकि इसमें से भी एक सीट राजधनवार में माले और झामुमो के बीच दोस्ताना संघर्ष हुआ। हेमंत के नेतृत्व में गठबंधन के पक्ष में राज्य में लहर थी। झामुमो 34, कांग्रेस 16, राजद 4 एवं माले दो विधानसभा सीटों पर जीतने में सफल रही। झामुमो के समर्थक चाहते हैं अब वैसा ही दबाव हेमंत पटना में तेजस्वी पर बनाएं। झामुमो समर्थकों को उम्मीद है कि भाकपा माले बिहार में झामुमो के पक्ष में मजबूती से खड़ा रहे। कारण, झामुमो ने ही झारखंड में माले को संजीवनी दिया है।

बिहार विधानसभा चुनाव में आइएनडीआइए में झामुमो करेगा दावा : सुदिव्य सोनू 

झामुमो के नीति निर्धारकों में शामिल एवं राज्य के नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे में झामुमो आइएनडीआइए में दावा पेश करेगा। झामुमो का दावा बहुत ही मजबूत है। इस बार हम गठबंधन में बिहार में सीट लेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो मजबूत उपस्थिति दर्ज करेगा।

झामुमो को सीट का फैसला खरगे-राहुल और लालू-तेजस्वी करेंगे : अजीत शर्मा 

बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के पूर्व नेता व भागलपुर के विधायक अजीत शर्मा ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव में आइएनडीआइए झामुमो को सीट देगा या नहीं, इसका निर्णय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे साहब और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी तथा राजद के लालू प्रसाद यादव एवं तेजस्वी यादव करेंगे। अजीत शर्मा ने देवभूमि झारखंड न्यूज से बातचीत में यह बातें कहीं।

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