
कतरास के रामपुर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण का विरोध
नमामि गंगे मिशन के तहत दामोदर नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्लांट का निर्माण होना है
डीजे न्यूज, कतरास (धनबाद) : नमामि गंगे मिशन के तहत दामोदर नदी को प्रदूषण मुक्त करने के उद्देश्य से बाघमारा प्रखंड के कंचनपुर पंचायत अंर्तगत रामपुर स्थित कतरी नदी के समीप 5.90 एकड़ गैर आबाद सरकारी भूखंड पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण होना है। प्लांट निर्माण का जिम्मा विश्वराज इनवायरनमेंट प्रालि को मिला है। गुरुवार को मजिस्ट्रेट एजाज अहमद की उपस्थिति में कंपनी के अनुषंगी इकाई जुडको के अधिकारी काम शुरू करवाने के लिए जेसीबी मशीन लेकर कार्यस्थल पर पहुंचे। काम शुरू होने की सूचना पाकर रैयत वहां पहुंचे और जमीन पर दावा ठोंक दिया। परिणामस्वरूप मशीन के पहिए थम ग ए। इधर रैयतों के विरोध को देखते हुए कतरास थाना के अलावा जिला पुलिस बल मंगवाया गया। बाघमारा सीओ बाल किशोर महतो भी वहां पहुंचे।
रैयतों का दावा और निपटारा
एक रैयत का कहना था कि 5.90 एकड़ भूमि में से दो एकड़ रैयती है। इस पर सीओ ने कोर्ट जाने का निर्देश रैयत को दिया। रैयत ने इसके लिए दो दिन की मोहलत मांगी। जबकि दूसरे रैयत ने कहा कि जिस जमीन से होकर मशीन, सामग्री आदि ले जाया जाएगा, वह भूमि रैयती है। इस पर सीओ ने लिखित शिकायत देने को कहा। सीओ ने तब तक विवादित दो एकड़ भूमि को छोड़कर शेष भूमि की झाड़ियों की साफ सफाई कराने का निर्देश कंंपनी को दिया।
पुलिस बल तैनात
रैयतों के विरोध और सुरक्षा के दृष्टिकोण से कार्यस्थल पर जिला पुलिस बल तैनात है।
परियोजना के उद्देश्य और महत्व:
इस परियोजना के तहत दामोदर नदी और आसपास इलाकों का विकास किया जाएगा। साथ ही पर्यावरण संरक्षित भी किया जाएगा। प्लांट के लिए चिन्हित जगहों में कुछ रैयती भूखंड है। इसके लिए 45.5 करोड़ की मुआवजा राशि का निर्धारण किया गया है। परियोजना के तहत इंटरसेप्शन डायवर्सन का निर्माण किया जाएगा। इसके माध्यम से नाला व नदी के पानी को प्रेशर से प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। रामपुर (कतरी नदी),18 एम एलडी क्षमता के प्लांट का निर्माण किया जाएगा। प्लांट के निर्माण के लिए 33 माह का समय निर्धारित किया गया है। नदी के गंदे पानी को प्लांट में स्वच्छ कर वापस नदी में गिराया जाएगा। दामोदर नदी के पानी को प्रदूषण मुक्त करने के उद्देश्य से यह परियोजना लाई ग ई है।