नेत्रहीन बेटियों ने वाद्ययंत्रों पर स्वागत गीत से किया मंत्रमुग्ध मूक-बधिर बच्चों ने अपनी बनाई हुई पेंटिंग्स प्रदर्शित की, वाह-वाह कर उठी स्कॉलर बीएड कॉलेज की टीम

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नेत्रहीन बेटियों ने वाद्ययंत्रों पर स्वागत गीत से किया मंत्रमुग्ध

मूक-बधिर बच्चों ने अपनी बनाई हुई पेंटिंग्स प्रदर्शित की, वाह-वाह कर उठी स्कॉलर बीएड कॉलेज की टीम

प्रशिक्षु शिक्षकों को समाज के प्रति अधिक संवेदनशील बनाना और विशेष बच्चों की शिक्षा पद्धति को समझने का अवसर देना लक्ष्य : डॉ शालिनी खोवाला

डीजे न्यूज, गिरिडीह : शिक्षा के प्रति संवेदनशीलता और सामाजिक सेवा की भावना विकसित करने के उद्देश्य से स्कॉलर बीएड कॉलेज, बनहत्ती, गिरिडीह के प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं ने प्राचार्या डॉ. शालिनी खोवाला के नेतृत्व में शुक्रवार को अजीडीह स्थित नेत्रहीन एवं मूक-बधिर विद्यालय का शैक्षणिक भ्रमण किया।

इस

अवसर पर प्रशिक्षुओं ने नेत्रहीन एवं मूक-बधिर बच्चों की शिक्षा प्रणाली, उनकी जीवनशैली और शिक्षण विधियों को समझा। मूक-बधिर बच्चों ने अपनी बनाई हुई पेंटिंग्स प्रदर्शित की, जबकि नेत्रहीन बच्चों ने वाद्ययंत्रों पर स्वागत गीत प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

प्राचार्य डॉ. शालिनी खोवाला एवं उनकी पूरी टीम इन बच्चियों से मिल काफी भावुक हुईं और उनकी प्रतिभा ने इनका मन मोह लिया। प्राचार्या डॉ. शालिनी खोवाला ने इस शैक्षणिक भ्रमण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका उद्देश्य प्रशिक्षु शिक्षकों को समाज के प्रति अधिक संवेदनशील बनाना और विशेष बच्चों की शिक्षा पद्धति को समझने का अवसर देना है।

उन्होंने कहा कि ऐसे भ्रमण न केवल शिक्षकों को प्रेरित करते हैं बल्कि उन्हें सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना से भी जोड़ते हैं। प्रशिक्षु छात्रों ने इस अनुभव को प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक बताया और विशेष बच्चों के संघर्ष एवं सफलता की कहानियों से प्रेरणा ली।

इस अवसर पर समन्वयक डॉ. संतोष कुमार चौधरी, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ. सुधांशु शेखर जमैयार, जय किशोर शाही और मनीष जैन उपस्थित रहे।

यह शैक्षणिक भ्रमण प्रशिक्षु शिक्षकों के लिए न सिर्फ एक सीखने का अनुभव बना, बल्कि उन्हें समाज के विशेष वर्ग के प्रति जागरूक और संवेदनशील बनाने में भी मददगार साबित हुआ।

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