
राजनीतिक अस्थिरता और टकराव झारखंड की तरक्की में बाधक : राजकुमार राज
सत्ता की राजनीति से ऊपर उठकर झारखंड के विकास के लिए एक साझा रणनीति बनाएं सभी राजनीतिक दल
डीजे न्यूज, रांची : झारखण्ड के गठन को 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं, लेकिन यह प्रदेश आज भी अपनी अपार संभावनाओं को पूर्ण रूप से साकार नहीं कर पाया है। प्राकृतिक संसाधनों, खनिज संपदा और मानव संसाधन से परिपूर्ण यह राज्य विकास के मामले में अभी भी कई चुनौतियों से जूझ रहा है। यह कहना है राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार राज का। राजकुमार राज का मानना है कि झारखण्ड की प्रगति में सबसे बड़ी बाधा राजनीतिक अस्थिरता और दलों के बीच आपसी टकराव है।
राज ने कहा, “झारखण्ड के पास वह सब कुछ है, जो इसे एक समृद्ध और विकसित राज्य बनाने के लिए चाहिए। लेकिन, राजनीतिक दलों के बीच सत्ता की खींचतान और आपसी मतभेद ने इस राज्य की प्रगति को बाधित किया है। अगर हमें झारखण्ड को तरक्की के रास्ते पर ले जाना है, तो सभी दलों को अपने निजी हितों और मतभेदों को दरकिनार कर राज्यहित के मुद्दों पर एकजुट होना होगा।” उन्होंने जोर देकर कहा कि झारखण्ड के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है। शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा, रोजगार सृजन और औद्योगिक विकास जैसे मुद्दों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। “राज्य में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को बेहतर करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार जरूरी है। साथ ही, खनिज संपदा का बेहतर उपयोग और स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित करने पर ध्यान देना होगा। लेकिन, यह तभी संभव है जब सभी दल मिलकर एक साझा विजन के लिए काम करें।” राज ने यह भी बताया कि रालोजपा झारखण्ड के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल सत्ता में भागीदारी नहीं, बल्कि झारखण्ड के हर नागरिक के जीवन स्तर को ऊपर उठाना है। इसके लिए हम शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष जोर दे रहे हैं। हमारी पार्टी आदिवासी और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए लगातार काम कर रही है।”
उन्होंने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे सत्ता की राजनीति से ऊपर उठकर झारखण्ड के विकास के लिए एक साझा रणनीति बनाएं। “हमें यह समझना होगा कि झारखण्ड की जनता ने हमें अपनी सेवा के लिए चुना है। यदि हम आपसी टकराव में उलझे रहेंगे, तो जनता का विश्वास खो देंगे। यह समय है कि सभी दल एक मंच पर आएं और शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, और बुनियादी ढांचे जैसे मुद्दों पर ठोस नीतियां बनाकर उन्हें लागू करें।”
राजकुमार राज ने यह भी कहा कि झारखण्ड की प्रगति के लिए केंद्र और राज्य सरकार के बीच बेहतर समन्वय जरूरी है। “केंद्र सरकार की कई योजनाएं, जैसे स्मार्ट सिटी, स्वच्छ भारत, और उज्ज्वला योजना, झारखण्ड में प्रभावी ढंग से लागू होनी चाहिए। इसके लिए राज्य सरकार को केंद्र के साथ मिलकर काम करना होगा।”
उन्होंने झारखण्ड की जनता से अपील की कि वे भी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हों और नेताओं से विकास कार्यों की जवाबदेही मांगें। “झारखण्ड का भविष्य उज्ज्वल है, बशर्ते हम सभी मिलकर एक साझा लक्ष्य की ओर काम करें। यह समय है एकजुटता का, ताकि हम अपने बच्चों के लिए एक समृद्ध और सशक्त झारखण्ड का निर्माण कर सकें।