
आउटसोर्सिंग के गुर्गो ने मोदीभिट्ठा की महिलाओं पर किया हमला, आठ जख्मी, आउटसोर्सिंग का काम तीसरे दिन भी ठप
डीजे न्यूज, झरिया, धनबाद:
जयरामपुर आउटसोर्सिंग परियोजना में सोमवार को हुई हेवी ब्लास्टिंग के प्रभाव से ईस्ट बरारी एवं मोदीभिट्ठा मुहल्ले में क्षतिग्रस्त हुए एक दर्जन आवासों की घटना से भड़के ग्रामीणों द्वारा बंद कराई गई परियोजना में बुधवार को तीसरे दिन भी काम काज ठप रहा। काम बंद रहने से कंपनी को हुई करोड़ों की आर्थिक क्षति से बौखलाए आउटसोर्सिंग के पांच दर्जन समर्थकों ने मंगलवार की देर रात को हरवे हथियार से लैस होकर मोदीभिट्ठा बस्ती में घुसकर जमकर तांडव मचाया। इस दौरान समर्थकों ने बस्ती के पास धरना देकर परियोजना का विरोध कर रही महिलाओं के साथ मारपीट तथा अभद्र किया। जान बचाने को सभी महिलाएं बस्ती की ओर शोर मचाते हुए भागी । मारपीट में पार्वती महतो, जोबा महतो, अंकुरी देवी, ममता देवी, भानु देवी, कोलावती देवी, कुंती देवी, झूनी कुमारी जख्मी हो गई। घटना को लेकर बस्ती के ग्रामीणों ने रात में ही जोड़ापोखर थाना में लिखित शिकायत देकर हमलावरों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग किया है । घटना की गंभीरता को देख पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा ने दल बल के साथ तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण किया । इस क्रम में आज थाना प्रभारी ने प्रबंधक एस सील, सीआईएसएफ के निरीक्षक विजय शर्मा के साथ मोदीभिट्ठा में ग्रामीणों के साथ बैठक कर लोगो को आश्वस्त किया कि जो घटना होनी थी हो गई ,अब किसी तरह की गुंडागर्दी नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई करने का ग्रामीणों को आश्वासन दिया है। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता सह झामुमो नेता सोमनाथ चटर्जी एवं सपन बनर्जी ने घटनास्थल का निरीक्षण कर ग्रामीणों को उसका अधिकार दिलाने को उनकी लड़ाई कानूनी तरीके से लड़ने का भरोसा दिया।
बस्ती के एक दर्जन महिलाओं ने पुलिस को दिए लिखित शिकायत में कहा कि हेवी ब्लास्टिंग के प्रभाव से सोमवार को बस्ती में अनगिनत पत्थर उड़कर गिरे थे, जिसमें लोग बाल बाल बच गए । घटना के विरोध में ग्रामीणों ने परियोजना में काम को बंद करा दिया जो अभी तक जारी है। परियोजना को चालू कराने को बीती रात को आउटसोर्सिंग समर्थकों ने लाठी डंडे, पिस्टल लेकर बस्ती पहुंची और महिलाओं पर हमला कर दिया। यहां तक कि हमलावरों ने बस्ती में घुसकर ग्रामीणों को भी खदेड़ खदेड़ कर पिटने लगे।
इस मामले को लेकर जोड़ापोखर थाना में प्रबंधन के साथ ग्रामीणों की फिर से वार्ता हुई। वार्ता में ग्रामीणों ने रात की घटना में प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार करने, मुआवजा के साथ विस्थापन करने, डीजीएमएस के नियम के तहत खनन कार्य करने तथा विस्थापन होने तक हेवी ब्लास्टिंग पर रोक लगाने की मांग किया। वार्ता में थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा, प्रभारी जीएम एस के सिन्हा, पीओ एके पांडेय, ग्रामीणों की ओर से रामप्रसाद सिंह, सुरेश चक्रवर्ती, पार्वती महतो, जोबा महतो, मुकेश महतो, अमित सिंह, मकसूद आलम, शिवपूजन महतो आदि थे।