
बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार क्षेत्र चुनने का दें अवसर : विधानसभाध्यक्ष
शिक्षा ही है अंधकार से प्रकाश की राह : जामताड़ा उपायुक्त
जामताड़ा के फतेहपुर प्रखंड के चौकुंदा में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय का विधिवत शुभारंभ, विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने किया उद्घाटन
डीजे न्यूज, जामताड़ा : जामताड़ा जिले के फतेहपुर प्रखंड अंतर्गत चौकुंदा में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय का विधिवत उद्घाटन सोमवार को किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने विद्यालय भवन एवं छात्रावास का फीता काटकर एवं दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया।
इस अवसर पर उपायुक्त रवि आनंद, पुलिस अधीक्षक राज कुमार मेहता, उप विकास आयुक्त निरंजन कुमार, परियोजना निदेशक आईटीडीए जुगनू मिंज, सिविल सर्जन डॉ. आनंद मोहन सोरेन, प्रभारी जिला कल्याण पदाधिकारी अबिश्वर मुर्मू, बीडीओ प्रेम कुमार दास, सीओ सीताराम महतो सहित कई वरीय अधिकारी, विद्यालय प्राचार्य एवं स्थानीय जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक नृत्य-संगीत एवं पौधारोपण के साथ हुई। उपायुक्त ने मुख्य अतिथि का पगड़ी पहनाकर स्वागत किया।
शिक्षा सुलभ करने की दिशा में सरकार का प्रयास : विधानसभा अध्यक्ष
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्र नाथ महतो ने कहा कि पहले जिले में एकलव्य विद्यालय नहीं था, जिससे बच्चों को अन्य जिलों में जाना पड़ता था। इस विद्यालय की स्थापना एक लंबी प्रक्रिया और कई अड़चनों के बाद संभव हो सकी है। भवन पहले ही बन चुका था, लेकिन चहारदीवारी व अन्य आधारभूत सुविधाओं के अभाव के कारण संचालन आरंभ नहीं हो पाया था।
उन्होंने एकलव्य और गुरु द्रोणाचार्य की कथा का उल्लेख करते हुए शिक्षा में समान अवसर और भेदभाव को लेकर गहन विचार रखे। उन्होंने कहा कि अब सरकार का प्रयास है कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। उन्होंने अभिभावकों से अनुरोध किया कि बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार क्षेत्र चुनने का अवसर दें, चाहे वह खेल, संगीत, कला या तकनीकी हो।
शिक्षा ही है अंधकार से प्रकाश की राह : उपायुक्त
उपायुक्त रवि आनंद ने कहा कि यह विद्यालय क्षेत्र के बच्चों के लिए बड़ी सौगात है। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय आधुनिक सुविधाओं से युक्त है और यहां गुणवत्तापूर्ण अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार छात्रवृत्ति, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना जैसे माध्यमों से उच्च शिक्षा को सुगम बना रही है।
उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वे बच्चों को केवल 10वीं तक ही सीमित न रखें, बल्कि उन्हें इंटर, ग्रेजुएशन और उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बाल विवाह रोकने एवं शिक्षा को प्राथमिकता देने पर विशेष जोर दिया।
पुलिस अधीक्षक ने शिक्षक के रूप में साझा किया अनुभव
पुलिस अधीक्षक श्री राज कुमार मेहता ने कहा कि उनके करियर की शुरुआत आवासीय विद्यालय में शिक्षक के रूप में हुई थी, जिससे उन्हें इन संस्थानों की कार्यप्रणाली और चुनौतियों की अच्छी समझ है। उन्होंने बच्चों से लगन से पढ़ाई करने और अभिभावकों से विद्यालय के अनुशासन में सहयोग देने का आग्रह किया।
जनजातीय आबादी के लिए विशेष शिक्षा केंद्र
उप विकास आयुक्त श्री निरंजन कुमार ने एकलव्य विद्यालय की अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह विद्यालय उन क्षेत्रों में खोला जाता है जहां जनजातीय आबादी 50% या उससे अधिक हो। उन्होंने कहा कि यहां अकादमिक शिक्षा के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। परियोजना निदेशक श्री जुगनू मिंज ने विद्यालय की व्यवस्थाओं व सुविधाओं की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण, शिक्षक, छात्र-छात्राएं एवं अभिभावक उपस्थित रहे। कार्यक्रम उत्सवमय वातावरण में संपन्न हुआ।