
पिता के आदेश पर राम ने वनवास स्वीकार किया था, जो बाद में रावण के अंत का कारण बना : संजीत कृष्ण शरण
डीजे न्यूज, पूर्वी टुंडी(धनबाद) : पूर्वी टुंडी के मोहलीडीह स्थित निलकंठ बाबा मंदिर में आयोजित पांच दिवसीय श्री श्री विष्णु महायज्ञ के दूसरे दिन भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही भक्त पूजा अर्चना एवं यज्ञ मंडप का फेरा लगाने के लिए पहुंचे।
संध्या में मोहलीडीह गांव समेत आस-पास कई गांव की हजारों महिलाएं आरती करने पहुंचती हैं। रात्रि में आयोजित राम कथा में कथावाचक संजीत कृष्ण शरण ने श्रद्धालुओं को सर्वप्रथम सनातन धर्म में प्रणाम करने एवं यज्ञ में आहुति देने के नियमों के बारे में जानकारी दी। राम कथा प्रसंग में भाई का भाई के प्रति प्रेम एवं समर्पण के बारे में बताते हुए कथावाचक ने कहा कि पिता के आदेश पर राम जैसे पुत्र ने वनवास को स्वीकार कर लिया था, जो बाद में रावण के अंत का कारण बना।
महायज्ञ में प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों के अलावा जिले भर से श्रधालु पहुंच रहे हैं। आयोजन में मुख्य रूप से मुखिया बुलू देवी, संतलाल बाबा, संतोष राय, काजल मंडल, दिगनारायण राय आदि शामिल थे।