
पहले खजाना खाली था, फिर कोरोना का बहाना बना झारखंड विधानसभा में गरजे धनबाद विधायक राज सिन्हा, सरकार पर लगाए लापरवाही के आरोप
डीजे न्यूज, धनबाद :
झारखंड विधानसभा में धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने नगर विकास विभाग के बजट पर कटौती प्रस्ताव का समर्थन करते हुए सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में सरकार ने सिर्फ बहाने बनाए और विकास कार्य ठप पड़े रहे।
“पहले खजाना खाली था, फिर कोरोना का बहाना बना”
श्री सिन्हा ने कहा कि जब 2019 में झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन की सरकार बनी, तब से यह बार-बार कहती रही कि राज्य का खजाना खाली है। इसी बहाने सरकार ने पहला साल निकाल दिया। फिर कोरोना का बहाना बनाकर दो साल और बर्बाद कर दिए।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “सरकार के कई लोगों ने कोरोना काल में चांदी काटी, लेकिन जनता को कोई राहत नहीं दी गई।” इसके बाद सरकार ने राजनीतिक अस्थिरता का बहाना बनाया और चुनावी वर्ष में भी कोई ठोस विकास कार्य नहीं किया।
“मैया सम्मान योजना” में अव्यवस्था, महिलाओं को हो रही परेशानी
विधायक सिन्हा ने विधानसभा में धनबाद अंचल कार्यालय में “मैया सम्मान योजना” से जुड़ी अव्यवस्थाओं का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को योजना का लाभ लेने के लिए रोजाना अफरा-तफरी और मारपीट झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “क्या यही महिलाओं का सम्मान है?”
“धनबाद की 38 सड़कें एसीबी जांच के नाम पर रुकी, तुरंत हो निर्माण कार्य शुरू”
नगर विकास विभाग की चर्चा के दौरान विधायक सिन्हा ने धनबाद की 38 महत्वपूर्ण सड़कों का मुद्दा उठाया, जिनका निर्माण कार्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की जांच के चलते रोक दिया गया है। उन्होंने सरकार से मांग की कि इस रोक को तुरंत हटाया जाए और सड़कों का निर्माण जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
“शहरी विकास के बिना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती नहीं मिलेगी”
विधायक सिन्हा ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए शहरी क्षेत्रों का विकास बेहद जरूरी है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नगर विकास की अनदेखी से राज्य की अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है।
विकास कार्यों में तेजी लाने की मांग
अपनी बात समाप्त करते हुए विधायक राज सिन्हा ने धनबाद और पूरे राज्य के विकास कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जनता को सिर्फ घोषणाओं से नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर काम करके राहत दी जानी चाहिए।