
लॉरेंस बिश्नोई से था गैंगस्टर अमन साहू का कनेक्शन
उद्योगपतियों, ठेकेदारों और सरकारी कंपनियों के अधिकारियों से लेवी वसूली कर खड़ा किया था अपना साम्राज्य
डीजे न्यूज, गिरिडीह : राज्य में उद्योगपतियों, ठेकेदारों और सरकारी कंपनियों के अधिकारियों से लेवी वसूली कर अपना साम्राज्य खड़ा करने वाले कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू और सुजीत सिन्हा ने जेल में रहते हुए भी अपने आपराधिक गतिविधियों को जारी रखा। दोनों अपराधियों ने अपने करीबियों के नाम पर करोड़ों रुपये की संपत्ति खड़ी की है।
स्कूल से शुरू हुआ अपराध का सफर
पलामू के रहने वाले सुजीत सिन्हा ने अपराध की दुनिया में कदम स्कूल के दिनों में ही रख दिया था। एक झगड़े में रिवाल्वर के साथ गिरफ्तारी के बाद उसने अपराध की राह पकड़ ली। वहीं पतरातू में एक छोटे से मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाने वाले अमन साहू ने छोटे अपराधों से शुरुआत कर धीरे-धीरे राज्य के टॉप अपराधियों की लिस्ट में अपना नाम शामिल करवा लिया।
दोनों अपराधियों ने मिलकर डरा-धमकाकर लेवी वसूली का एक संगठित नेटवर्क खड़ा किया। जेल जाने के बाद भी यह सिलसिला नहीं रुका और जेल के अंदर से ही दोनों ने अपने गैंग का संचालन जारी रखा।
गिरिडीह जेल में गैंगस्टर्स का आतंक
साल 2018 में गिरिडीह जेल में शिफ्ट होने के बाद सुजीत सिन्हा ने तत्कालीन जेल अधीक्षक इज़राइल अंसारी से मोबाइल और अन्य सुविधाओं की मांग की थी। जब मांग पूरी नहीं हुई तो उसने पटना स्थित जेल सुपरिटेंडेंट के आवास पर अपने गुर्गों को भेजकर धमकी दिलवाई। इस मामले में गिरिडीह में केस भी दर्ज किया गया था।
साल 2022 में जब अमन साहू को गिरिडीह सेंट्रल जेल में लाया गया, तब उसने भी जेल प्रशासन पर दबाव डालकर मोबाइल और विशेष सुविधाओं की मांग की। जब उसकी मांग पूरी नहीं हुई तो 22 जुलाई 2022 को तत्कालीन जेलर प्रमोद कुमार के वाहन पर फायरिंग करवाई गई, जब वह न्यायालय के काम से बाहर जा रहे थे। इसके बाद उसे सिमडेगा जेल शिफ्ट कर दिया गया।
साल 2024 में अमन साहू को दोबारा पलामू जेल से गिरिडीह लाया गया, जहां उसने फिर से जेल प्रशासन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। अमन ने अपने सहयोगी से विदेशी नंबर से कॉल कर जेल अधिकारियों को धमकी दिलवाई। इस मामले में भी केस दर्ज किया गया था।
लॉरेंस बिश्नोई से संबंध का दावा
पुलिस के हाथों मारा गया गैंगस्टर अमन साहू देश के कुख्यात अपराधी लॉरेंस बिश्नोई का करीबी बताया जाता है। पुलिस पूछताछ में अमन साहू ने कई अहम खुलासे किए, जिसमें उसने स्वीकार किया कि रंगदारी से वसूले गए पैसों का उसने कई जगहों पर निवेश किया है।
गैंगस्टर्स की करोड़ों की संपत्ति
अमन साहू ने बुढ़मू में 73 डिसमिल जमीन अपने परिवार के नाम पर खरीदी है।
सुजीत सिन्हा ने कांके में कल्लू बंगाली के नाम पर 44 एकड़ जमीन का एग्रीमेंट कराया है।
नेपाल के काठमांडू में रॉयल एंपायर बुटिक होटल में सुजीत सिन्हा की पार्टनरशिप है।
रांची में ओवरब्रिज के सामने फोर्क एन कॉर्क रेस्टोरेंट में भी सुजीत सिन्हा की हिस्सेदारी है।
भाजपा नेता ने लगाया आरोप
भाजपा नेता सह प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रमेश सिंह ने दावा किया कि गैंगस्टर अमन साहू ने अभय सिंह से दो करोड़ रुपये रंगदारी मांगी थी। अभय सिंह के निधन के बाद अमन ने दो करोड़ रुपये की मांग रमेश सिंह से भी की, जिसके बाद उन्होंने सुखदेवनगर थाना में मामला दर्ज कराया।
पुलिस अब इन दोनों गैंगस्टर्स द्वारा अर्जित अवैध संपत्तियों की जांच में जुट गई है।