
खंडेलवाल के संघर्ष का दिखा असर, पुराने गिरिडीह रेलवे स्टेशन सर्कुलेटिंग एरिया में सड़क निर्माण कार्य शुरू
रेल यात्रियों को मिलेगा राहत, बारिश में जलजमाव की समस्या होगी दूर
डीजे न्यूज, गिरिडीह : गिरिडीह के सामाजिक कार्यकर्ता एवं सूचना अधिकार एक्टिविस्ट सुनील खंडेलवाल के निरंतर प्रयासों का प्रतिफल अब धरातल पर नजर आने लगा है। पुराने गिरिडीह रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में जर्जर सड़क की मरम्मती का कार्य आखिरकार शुरू कर दिया गया है।
यह सड़क वर्षों से उपेक्षा का शिकार थी। गड्ढों से भरी, उखड़ी हुई कंक्रीट और जलजमाव की समस्या के कारण रेल यात्रियों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था, खासकर महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को।
विदित हो कि 29 अप्रैल को सुनील खंडेलवाल ने इस मुद्दे को रेलवे बोर्ड के समक्ष उठाया था और एक विस्तृत पत्र लिखकर इस सड़क की जर्जर स्थिति से अवगत कराया था। इस पर कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ मंडल इंजीनियर वंदना सिंहा (पूर्व रेलवे, आसनसोल) ने 9 मई 2024 को सूचित किया था कि उक्त क्षेत्र का विकास कार्य “गति शक्ति इकाई” के माध्यम से किया जाएगा।
हालांकि, इसके बाद भी जब निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हुआ तो खंडेलवाल ने सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत जानकारी मांगते हुए रेलवे बोर्ड को पुनः पत्र लिखा। 24 जुलाई 2024 को वरिष्ठ मंडल अभियंता प्रिय रंजन कुमार ने सूचित किया कि कार्य 10 अगस्त तक शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन यह तिथि भी बीत गई।
इसके बाद भी खंडेलवाल ने हार नहीं मानी और लगातार पत्राचार करते रहे। उनके लगातार संघर्ष और दबाव के बाद अब आखिरकार सड़क निर्माण का कार्य प्रारंभ हो गया है। खंडेलवाल ने बताया कि इस सड़क के बन जाने से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी और बारिश के मौसम में पानी जमा होने की समस्या से भी निजात मिलेगी। दुर्घटनाओं की आशंका भी कम होगी। उन्होंने सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ कराने के लिए रेल प्रशासन के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि जनहित में यह एक सकारात्मक कदम है, जिसकी पहल नागरिक स्तर से की गई और प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया।
यह मामला न सिर्फ नागरिक सजगता का उदाहरण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि अगर किसी मुद्दे को सही तरीके से उठाया जाए तो प्रशासन भी संवेदनशीलता के साथ उस पर कार्रवाई करता है।