
हरलाडीह में वन विभाग ने सूखे पेड़ों की कटाई की दी मंजूरी
ग्रामीणों की मांग पर कार्रवाई, अब नहीं बनेंगे हादसों की वजह
डीजे न्यूज, पीरटांड़ (गिरिडीह) : गिरिडीह से डुमरी को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर हरलाडीह (चिरकी पंचायत) के समीप सड़क किनारे खड़े सूखे और जर्जर पेड़ों को अब हटाया जाएगा। वन विभाग ने इन पेड़ों की कटाई के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी कर दिया है, जिसे अंचल अधिकारी (सीओ), पीरटांड़ को सौंपा गया है।
इससे अब अंचल प्रशासन की ओर से अंतिम जांच के बाद पेड़ों का काटने का कार्य शुरू कराया जाएगा।
ग्रामीणों की लंबे समय से थी मांग
गौरतलब है कि करीब दो महीने पूर्व एक सूखे पेड़ से टकराकर झुकी बिजली की तार की चपेट में आने से एक किसान की मौत हो गई थी। तभी से ग्रामीण लगातार इन पेड़ों को हटाने की मांग कर रहे थे।
इसके लिए अंचल अधिकारी, पीरटांड़ को आवेदन दिया गया था, जिसके बाद वन विभाग से अनुमति मांगी गई थी। अब जाकर यह प्रशासनिक बाधा समाप्त हुई है।
बार-बार हो चुके हैं हादसे
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, हर आंधी-तूफान में पेड़ों की सूखी डालियां टूटकर सड़क पर गिर जाती थीं। कई बार मोटरसाइकिल, घरों और अन्य संपत्तियों को नुकसान हुआ है।
डर के कारण लोग इन पेड़ों से दूर ही रहते थे, और वन विभाग के निर्देशों के बिना कोई ग्रामीण इन्हें स्वयं हटाने का साहस नहीं कर पा रहा था।
इन पेड़ों को दी गई है NOC
वन विभाग द्वारा जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र में कुल 11 पेड़ों को कटने की अनुमति दी गई है, जिनमें शामिल हैं
8 साल के पेड़
2 बरगद के पेड़
1 आम का पेड़
बताया गया है कि ये सभी पेड़ पूरी तरह सूख चुके हैं और किसी भी समय गंभीर हादसे का कारण बन सकते हैं।
प्रशासनिक पहल से राहत की उम्मीद
अब जब वन विभाग की मंजूरी मिल चुकी है, तो अंचल कार्यालय द्वारा मौके की जांच के बाद जल्द ही कटाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इससे ना केवल सड़क की सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि ग्रामीणों को भी राहत मिलेगी।