
गोमो के प्रवासी मजदूर की कुवैत में ट्रांसमिशन टावर से गिरकर मौत
परिजनों ने सरकार से शव मंगवाने की लगाई गुहार
डीजे न्यूज, गोमो(धनबाद) : झारखंड के प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला धनबाद जिले के गोमो हरिहरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खैराबेड़ा गांव का है, जहां के 26 वर्षीय युवक रंजीत कुमार महतो की कुवैत में ट्रांसमिशन टावर से गिरकर मौत हो गई। यह घटना बुधवार शाम की है, जब रंजीत काम के दौरान ऊंचाई से गिर पड़े। वह वहां कल्पतरु पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड कंपनी में कार्यरत थे।
मौत की सूचना मिलते ही गांव में मातम छा गया और परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। रंजीत अपने परिवार का इकलौता कमाऊ सदस्य था। उन्होंने अपने पीछे पत्नी गीता देवी और तीन छोटे बच्चों—सृष्टि कुमारी (6), सुरभी (4), और सौरभ कुमार (2)—को छोड़ दिया है। परिवार अब गहरे संकट में है और सरकार से शव को भारत मंगवाने की गुहार लगा रहा है, ताकि उन्हें अंतिम बार बेटे का दर्शन हो सके।
इस दुखद खबर के बाद प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकन्दर अली मृतक के घर पहुंचे और शोकसंतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि, “चुनाव के वक्त हर दल पलायन को मुद्दा बनाता है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। रोजगार की तलाश में युवाओं को विदेश जाना पड़ता है, और वहां उनकी जान जा रही है। यह बेहद दुखद और चिंताजनक है।”
रंजीत की मौत ने एक बार फिर झारखंड में रोजगार के अभाव और बढ़ते पलायन की गंभीर तस्वीर पेश की है। सवाल उठता है कि आखिर कब तक झारखंड के युवा दूसरे देशों में अपनी जान गंवाते रहेंगे? सरकार से अपेक्षा की जा रही है कि वह इस मामले में जल्द हस्तक्षेप कर शव को भारत लाने की व्यवस्था करे और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा तथा सहायता प्रदान करे।