
जिले में संचालित अवैध अल्ट्रासाउंड क्लीनिक की जांच कर करें कार्रवाई : उपायुक्त
आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषाहार की आपूर्ति रूके नहीं एवं लाभुकों को समय पर मिले : रामनिवास यादव
डीजे न्यूज, गिरिडीह : समाहरणालय में उपायुक्त रामनिवास यादव की अध्यक्षता में समाज कल्याण विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक बुधवार को हुई। समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने कहा कि सभी निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्रों में विद्युतीकरण कार्य जैसे लाइट, बल्ब, पंखा, स्विच और पेयजल, शौचालय आदि को गति के साथ पूरा करें। उपायुक्त ने कहा कि जिन प्रखंडों में आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य अधूरे है या किसी समस्या के कारण लंबित है, उसे यथाशीघ्र भवन निर्माण विभाग से आपसी समन्वय स्थापित कर निर्माण कार्य में आ रही दिक्कतों का त्वरित निराकरण करें।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जिले में अवैध संचालित अल्ट्रासाउंड क्लीनिक का निरीक्षण करें और जांच कर अपने वरीय अधिकारी को सूचित करें। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण कार्य का स्थल निरीक्षण कर आवश्यक सुविधाओं का जायजा लें और गुणवत्ता पूर्ण कार्यों को प्राथमिकता देते हुए तय समय पर निर्माण कार्य को पूरा कराएं। उपायुक्त ने समाज कल्याण विभाग अंतर्गत संचालित विभिन्न विकासात्मक योजनाओं जैसे पोषाहार वितरण, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, कन्यादान योजना, आंगनबाड़ी केंद्रों में पेयजल, विद्युत व शौचालय आदि मूलभूत सुविधाओं, आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं/धात्री महिलाओं एवं नवजात बच्चों को दी जाने वाली पोषाहार की जानकारी ली गई एवं पोषाहार को सुनियोजित तरीके से वितरण करने हेतु आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी द्वारा यह सुनिश्चित किया जाय कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषाहार की आपूर्ति रूके नहीं एवं सभी लाभुकों को ससमय पोषाहार मिले। उपायुक्त द्वारा सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी और महिला पर्यवेक्षिका को निर्देश दिया कि आपसी समन्वय स्थापित करते हुए सुनियोजित तरीके से पोषाहार सामग्रियों की पैकेजिंग कर आंगनबाड़ी के माध्यम से लाभुकों के बीच वितरण करना सुनिश्चित करें। साथ ही इससे संबंधित रिपोर्ट/प्रगति प्रतिवेदन भेजना निश्चित रूप से सुनिश्चित करें। आंगनबाड़ी केन्द्र के सेविका-सहायिका के चयन प्रक्रिया की जानकारी लेते हुए कहा गया कि उपायुक्त द्वारा कहा गया कि प्रखण्ड स्तर पर आंगनबाड़ी केन्द्र के लाभुकों का आधार इन्रौलमेन्ट कराकर उसे आधार से जोड़ने के कार्य में प्रगति लायी जाय। साथ ही जिन प्रखण्डों में लाभुकों के आधार इन्रौलमेन्ट की संख्या कम है, वहां इसमें वृद्धि की जाय। इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने समाज कल्याण में अन्य रिक्त पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि सेविका/सहायिका से संबंध रिक्तियों को भरने के लिए किए जाने वाले प्रक्रिया में तेजी लाते हुए यथाशीघ्र नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करें। बैठक के दौरान उपायुक्त ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करें। उपायुक्त ने कुपोषण उपचार केंद्र (MTC) और SAM & MAM (Severely Acute Malnutrition & Moderate Acute Malnutrition) की समीक्षा की, जिसमें कुपोषित बच्चों के उपचार और पोषण संबंधी योजनाओं की प्रगति पर चर्चा हुई। उपायुक्त ने कुपोषण उपचार केंद्रों में गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों को भर्ती कर समुचित इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कुपोषण उपचार केंद्रों (MTC) में गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों (SAM) को भर्ती करने और उनका इलाज करने पर जोर दिया। इसके अलावा उपायुक्त ने सावित्री बाई फूले किशोरी समृद्धि योजना 2025- 26 के तहत राज्यांश के वितरण की स्थिति की जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका के शेष मानदेय का भुगतान यथाशीघ्र करने का निर्देश दिया। बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, समाज कल्याण विभाग के अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।