
झामुमो के झंडा को उखाड़कर फेंक देने के विरोध में चैतुडीह आउटसोर्सिंग पैच में हंगामा, थाना में शिकायत
डीजे न्यूज, कतरास (धनबाद):
बीसीसीएल के कतरास क्षेत्र अंर्तगत चैतुडीह में संचालित डेको आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा कोयला खनन के लिए मिट्टी हटाने कार्य करने के दौरान बुधवार को कार्यस्थल पर जमकर हंगामा मचा। कार्यस्थल से सटा लालधौड़ा मोहल्ला (एक नंबर) के ग्रामीण वहां पहुंचे और काम बंद करवा दिया। वे कार्यस्थल पर लगे झारखंड मुक्ति मोर्चा के झंडा को जबरन फेंक देने का आरोप लगा रहे थे। साथ ही पुनर्वास के बाद ही काम शुरू करने पर जोर दे रहे थे। ग्रामीणों का कहना था कि मोहल्ला खनन स्थल से सटा हुआ है। यहां पहले भी खनन कार्य किया जा चुका है। उस समय के कंपनी ने लोगों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से कार्यस्थल को कंटीले तारों से घेराबंदी किया था। घेराबंदी को हटाकर वर्तमान आउटसोर्सिंग कंपनी के गुर्गे जबरन झामुमो के झंडे को उखाड़कर फेंक दिया और मिट्टी कटाई का कार्य शुरू कर दिया, जो अन्याय है। कंपनी पहले पुनर्वास की व्यवस्था करे, इसके बाद ही काम शुरू करें।
सूचना पाकर कतरास थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को शांत किया। पुलिस ने एहतियात के तौर पर काम बंद रखने का निर्देश आउटसोर्सिंग प्रबंधन को दिया।
थाना में शिकायत
झामुमो के झंडा को फेंक देने के मामले में लालधौड़ा के ग्रामीणों ने कतरास थाना में सामूहिक हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। शिकायत में आउटसोर्सिंग कंपनी के इशारे पर असामाजिक तत्वों द्वारा झंडा उखाड़ने, गाली गलौज व जान मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। आवेदन में निरंजन भुइयां, सत्येद्र कुमार, शिवनंदन कुमार, राजेश भुइयां, विजय भुइयां, मुकेश कुमार, विनोद भुइयां आदि के हस्ताक्षर हैं।
झामुमो के बाधमारा प्रखंड अध्यक्ष धीरेन रवानी ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि लालधौड़ा के ग्रामीणों को पुनर्वासित करने को लेकर जीएम से वार्ता हुई है। दूसरी ओर आउटसोर्सिंग कंपनी दबंगों के सहारे जबरन मोहल्ला को खाली करना चाहती है। ऎसा हरगिज नहीं होने दिया जाएगा।