
गुणायतन मधुबन में हुआ विश्वशांति यज्ञ, मंत्रोच्चार से गूंजा वातावरण
संत सान्निध्य में श्रीफल अर्पण
चातुर्मास निमित्त श्रद्धालुओं ने साधु-संतों से निवेदन कर मांगा पुण्य अवसर
डीजे न्यूज, मधुबन,
गिरिडीह : विश्वशांति, जीवकल्याण और आत्मशुद्धि की कामना के साथ गुणायतन, मधुबन (सम्मेद शिखरजी) में एक दिव्य आध्यात्मिक आयोजन का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान श्रद्धाभाव से णमोकार महामंत्र का सस्वर उच्चारण एवं शांति मंत्रों का जाप किया गया, जिससे समस्त वातावरण भक्तिभाव से सराबोर हो गया।
इस पावन अवसर पर परम पूज्य आचार्यश्री 108 विद्यासागर महाराज जी की गौरवशाली परंपरा को जीवंत करते हुए उनके परम प्रभावक शिष्यगण एवं आर्यिकाएं गुणायतन में विराजमान रहे।
मुनिश्री 108 समतासागर जी महाराज (निर्यापक श्रमण), पूज्य मुनिश्री पवित्रसागर जी महाराज ससंघ, मुनिश्री पूज्यसागर जी महाराज, मुनिश्री अतुलसागर जी महाराज ससंघ, आर्यिका 105 गुरूमति माता जी, आर्यिका 105 दृढ़मति माता जी ससंघ (52 पिच्छी) समेत अनेक संत-शिष्टाचार्य इस आयोजन के साक्षी बने।
कार्यक्रम की मुख्य भावना आगामी चातुर्मास हेतु साधु-संतों के चरणों में श्रीफल समर्पण रही। श्रद्धालुओं ने सादर निवेदन करते हुए प्रार्थना की कि यह चातुर्मास गुणायतन, मधुबन में सानंद संपन्न हो, जिससे जैन श्रद्धालुओं को सान्निध्य व मार्गदर्शन का लाभ प्राप्त हो सके।
इस पुनीत अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे जिन्होंने सामूहिक मंत्रोच्चार और पूजन में भाग लेकर आत्मकल्याण का सत्कर्म किया।
गुणायतन परिवार की ओर से आयोजन में समर्पण भाव से सेवा की गई। संस्था के पदाधिकारी एवं सेवाव्रती कार्यकर्ताओं ने आयोजन को पूर्ण सफल बनाने में विशेष सहभागिता निभाई।
यह आयोजन केवल धार्मिक कर्मकांड नहीं था, बल्कि यह संयम, शांति और अहिंसा के सिद्धांतों की पुनः प्रतिष्ठा का प्रतीक भी रहा, जिसने श्रद्धालुओं के अंतर्मन में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया।