विश्व हिंदी रत्न उपाधि से सम्मानित हुए शिक्षाविद साहित्यकार डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो

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विश्व हिंदी रत्न उपाधि से सम्मानित हुए शिक्षाविद साहित्यकार डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो
डीजे न्यूज, धनबाद: झारखंड के ख्याति प्राप्त कवि तथा युवा साहित्यकार डॉ. बीरेन्द्र कुमार महतो ‘गोतिया’ को हिंदी दिवस पर सम्मानित किया गया है। नेपाल की प्रसिद्ध संस्था शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन के द्वारा हिंदी दिवस के संदर्भ में आयोजित विश्व हिंदी कविता प्रतियोगिता 2025 में उत्कृष्ट कविता के आधार पर डॉ. महतो को विश्व हिंदी रत्न उपाधि से नवाजा गया है। गौरतलब हो कि इस प्रतियोगिता में अमेरिका, अफ्रीका, नेपाल और भारत के 20 राज्यों से 6845 प्रतिभागियों की सहभागिता थी, जिसमें से उत्कृष्ट कविता के आधार पर 265 कवि-कवयित्रियों का चयन किया गया। मालूम हो कि डॉ. बीरेन्द्र कुमार महतो ‘गोतिया’ रांची विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर नागपुरी विभाग में नागपुरी के सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने नागपुरी भाषा के साथ साथ सदैव हिंदी विषय के प्रति मूल्यपरक लेखन, अध्ययन व अध्यापन को प्राथमिकता दी है और विद्यार्थियों में एक सुसंस्कृत, सभ्य, सक्रिय व उन्नत व्यक्तित्व की प्रबल स्थापना की है। उनकी कई रचनाएँ देश विदेश की विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। नागपुरी शिक्षण, झारखंडी लोक कला और हिंदी शिक्षण को विशिष्ट, प्रगतिशील एवं रचनात्मक बनाने तथा साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान व ‘उत्कृष्ट समाज सेवाओं’ में योगदान हेतु उन्हें कई राष्ट्रीय सम्मान भी प्राप्त हुए हैं।  सम्मान ग्रहण करते हुए डॉ. महतो ने कहा कि हम सभी कवि कवयित्रियों की कविता का मूल्यांकन अंतर्राष्ट्रीय संस्था द्वारा होना गौरव की बात है। शब्द प्रतिभा निष्ठा और लगन से देश विदेश के कवि, लेखक और साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने का कार्य करती आई है जो प्रशंसनीय है।प्रतियोगिता  में उत्कृष्ट कविता के आधार पर डॉ. बीरेन्द्र कुमार महतो ‘गोतिया’ को परिणाम की तृतीय सूची में अंकित किया गया है। संस्था के अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु ने कहा कि डॉ. महतो बहुआयामिक व्यक्तित्व के धनी लेखक, कवि, साहित्यकार, रंगकर्मी व लोक कलाकार हैं। इनके लेखन में एक सहजता सरलता पाई गई है। इनकी कविताओं में समाज को रूपांतरण करने की क्षमता है।
विश्व हिन्दी प्रतियोगिता में विजयी होने पर झारखंड के साहित्यकारों व शिक्षाविदों में खुशी की लहर है। डॉ महतो की इस उपलब्धि पर डॉ रीझू नायक, सीमा देवी, वासुदेव महतो, सुरेन्द्र गोप, शीला कुमारी, हरेन्द्र लोहरा, आलोक मिश्रा, अभिमन्यु कुमार कुशवाहा, आनन्द विजय नायक, खोरठा गीतकार विनय तिवारी, बुद्धेश्वर बड़ाइक आदि ने बधाईयां दी है।

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