


टेट की अनिवार्यता के विरोध में धनबाद में शिक्षकों का हल्ला बोल
डीसी को सौंपा प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन, 2010 से पहले नियुक्त शिक्षकों को छूट देने की मांग
डीजे नयूज, धनबाद : अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ (अजप्टा) धनबाद इकाई की ओर से सोमवार को जिला उपायुक्त को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व जिला अध्यक्ष सुनील भगत ने किया। ज्ञापन में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा हाल ही में सिविल अपील संख्या 1385/2925 एवं अन्य में टेट (TET) की अनिवार्यता को लेकर दिए गए प्रतिकूल आदेश का विरोध दर्ज कराया गया। शिक्षकों ने कहा कि इस आदेश से देशभर के लाखों शिक्षकों की सेवा पर संकट मंडरा रहा है।
राज्य इकाई के आह्वान पर धनबाद जिले से सौ से अधिक शिक्षक जिला समाहरणालय पहुंचे और मांग की कि 2010 से पहले नियुक्त शिक्षकों को टेट की अनिवार्यता से मुक्त रखा जाए। शिक्षकों का कहना था कि वर्षों के शैक्षणिक अनुभव और नियुक्ति प्रक्रिया की पारदर्शिता को नजरअंदाज कर टेट की अनिवार्यता लागू करना प्राकृतिक न्याय के विरुद्ध है। ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष सुनील भगत के साथ पूर्व अध्यक्ष संजय कुमार, उपाध्यक्ष संजीव कुमार, राजकुमार वर्मा, रामलखन कुमार, मृत्युंजय कुमार, रामचन्द्र मिश्र, मुन्ना कुमार, अशोक कुमार वर्मा, जयंत चक्रपाणि, सुरेश चौधरी, मनोज पासवान, राणा प्रताप सिंह, राजीव रंजन मिश्र, मदन प्रसाद नायक, अवनिकांत झा, चुरामन महतो समेत अनेक शिक्षक शामिल थे। इन सभी ने एक स्वर में मांग की कि सरकार हस्तक्षेप कर शिक्षकों के अधिकार और सेवा को सुरक्षित बनाए।
