



सीताराम येचुरी की बरसी पर गोष्ठी का आयोजन,

उनके संघर्ष, राजनीतिक जीवन और पार्टी के लिए योगदान पर डाला प्रकाश
डीजे न्यूज, तिसरा(धनबाद): झरिया लोकल कमेटी के तत्वावधान में लोदना, दुर्गा मंदिर क्लब में शुक्रवार को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के पूर्व महासचिव कामरेड सीताराम येचुरी की प्रथम बरसी पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम कामरेड सीताराम येचुरी के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। इस दौरान सीताराम येचुरी अमर रहे, सीताराम येचुरी हम तुम्हें नहीं भूलेंगे, पूंजीवाद साम्राज्यवाद संप्रदायिकताबाद मुर्दाबाद, समाजवाद जिंदाबाद के नारे गूंजता रहा। अध्यक्षता रामवृक्ष धारी ने की तथा संचालन कामरेड भगवान दास ने कर रहे थे।
गोष्ठी का विषय -साम्प्रदायिक विचार धारा ।
गोष्टी को संबोधित करते हुए प्रोफेसर नारायण चक्रवर्ती ने सीताराम येचुरी के संघर्ष, पूर्व राजनीतिक जीवन और पार्टी के लिए उनके योगदान पर प्रकाश डाला। कहा कि आज देश के अंदर सांप्रदायिक वातावरण लोगों को विभाजित करने की कोशिश की जा रही है। इसे समाप्त करने का काम हमें करना होगा। मार्क्स ने कहा था, मनुष्य धर्म बनता ,है धर्म मनुष्य नहीं बनता, ईश्वर की तलाश नहीं है। हम इंसानियत का निर्माण कर रहे हैं। पार्टी के अंदर जनवादी केंद्रीयता और अंदरूनी संघर्ष को जीवित रखना होगा।
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) झारखंड राज्य कमेटी के सदस्य और धनबाद जिला सचिव मंडल के सदस्य शिव बालक पासवान ने कहा कि मैं सीताराम येचुरी के अंतिम यात्रा में पक्ष या विपक्ष तमाम देश के नेता शामिल हुए थे और 121 देशों से शोक संवेदना आया था। 2017 में राज्यसभा के विदाई समारोह के समय तमाम पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने कहा था की सीताराम येचुरी जब विचार रखते थे तो सरकार की खामियों से लेकर उसमें सुधार की संभावना भी झलकती थी। उन्हें एक अच्छे पार्लियामेंट्री सदस्य से सम्मानित किया गया था। मौके पर शंकर पासवान, विनोद धारी, सुरेश पासवान, रामचंद्र पासवान, प्रजा पासवान, मनोज पासवान, भोला माली, हीरा पासवान, कुंदन पासवान, राम नरेश कुमार, देवनंदन पासवान, नरेश पासवान, रामचन्द्र तथा अन्य लोग शामिल थे।
