
रांची वीमेंस कॉलेज में सरहुल महोत्सव की धूम, सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा मन
डीजे न्यूज, रांची : वीमेंस कॉलेज, रांची के मैत्रेयी सभागृह में जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग द्वारा सरहुल पूर्व संध्या कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या डॉ. सुप्रिया एवं अन्य शिक्षिकाओं ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर प्रकृति और संस्कृति संरक्षण पर विशेष जोर दिया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. शैलजा बाला और रिया दे ने किया, जबकि स्वागत भाषण डॉ. विजय सिंह गागराई ने दिया। अपने संबोधन में प्राचार्या डॉ. सुप्रिया ने कहा कि “सरहुल प्रकृति से जुड़ा पर्व है, जो हमें पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है। हमें अपनी संस्कृति और प्रकृति की रक्षा के लिए जागरूक होना होगा।” उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण पर भी बल दिया।
डॉ. विजय सिंह गागराई ने अपने संबोधन में कहा कि “हमारी संस्कृति और परंपराएं हमें प्रकृति से जोड़े रखती हैं। नई पीढ़ी को सरहुल पर्व का महत्व समझाना जरूरी है ताकि वे अपनी जड़ों से जुड़े रहें।” उन्होंने सभी से वृक्षारोपण करने और पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लेने की अपील की।
कार्यक्रम में मुंडारी, कुड़ुख, नागपुरी और भूगोल विभाग की छात्राओं ने पारंपरिक नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिन्होंने दर्शकों का मन मोह लिया। इसके बाद जनजातीय भाषा विभाग की अध्यक्ष जयमुनी बड़ायऊद ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।
अंत में शिक्षिकाओं और छात्राओं ने सामूहिक रूप से सरहुल नृत्य किया, जिससे पूरे सभागार में उल्लास और आनंद का माहौल बन गया। इस अवसर पर डॉ. पराग, डॉ. सीमा प्रसाद, डॉ. सुरभि साहू, डॉ. स्मिता लिंडा, डॉ. पूनम धान, डॉ. गीता कुमारी, डॉ. अनीता टुडू, डॉ. पूनम सिंह चौहान, डॉ. मंजुला कुमारी, डॉ. इंदिरा बिरूवा, डॉ. सिलमनी बड़ायऊद, डॉ. किरण कुल्लू, डॉ. मिराकल टेटे, डॉ. नीलिमा सुरीन, डॉ. सविता कुमारी मुंडा, डॉ. रितु घांसी सहित कई अन्य शिक्षिकाएं, शिक्षकेतर कर्मचारी और छात्राएं उपस्थित रहीं।