
डीजे न्यूज, धनबाद : धनबाद विधायक राज सिन्हा ने बजट सत्र के 23वें दिन विधानसभा में धनबाद के आम लोगों के महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया। उन्होंने तारांकित प्रश्न के तहत धनबाद नगर निगम क्षेत्र में मौजा जमीन के सर्वे नहीं होने और खतियान अपलोड नहीं होने के कारण लोगों को दाखिल-खारिज रसीद प्राप्त करने में होने वाली कठिनाइयों का मुद्दा उठाया।
विधायक राज सिन्हा ने राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग मंत्री से पूछा कि क्या यह सच है कि धनबाद जिले के अन्य क्षेत्रों का सर्वे हो चुका है, लेकिन नगर निगम क्षेत्र में मौजा का सर्वे नहीं होने के कारण लोगों को अपनी जमीन का मालिकाना हक नहीं मिल पाया है? उन्होंने पूछा कि क्या सरकार नगर निगम क्षेत्र में मौजे का सर्वे कराकर खतियान अपलोड करने, पंजी-2 में प्रविष्ट करने, दाखिल-खारिज, लगान रशीद इत्यादि की सुविधा दिलाने का विचार रखती है? यदि हां, तो कब तक?
इसके अलावा, विधायक राज सिन्हा ने झारखंड विधानसभा में प्रश्न किया कि क्या राज्य में वर्ष 2018 से “द झारखंड लॉ ऑफिसर (एंगेजमेंट) रूल्स 2018” लागू है? उन्होंने कहा कि इन पदों पर नियुक्ति की एक वर्ष की काल अवधि समाप्त होने के बावजूद सरकार ने अब तक नई नियुक्ति नहीं की है और पूर्व में नियुक्त अधिवक्ताओं से ही कार्य कराया जा रहा है।
विधायक राज सिन्हा ने शून्य काल के तहत मध्य विद्यालय जयंतीग्राम दामोदरपुर के चहारदिवारी निर्माण नहीं होने के कारण छात्रों और शिक्षकों को होने वाली समस्या का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि विद्यालय में चहारदिवारी नहीं होने से असामाजिक तत्वों द्वारा तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान अभियान के विरुद्ध कार्य किया जाता है और पूरे विद्यालय परिसर को गंदा कर दिया जाता है। उन्होंने विद्यालय में अविलंब चहारदीवारी निर्माण कराए जाने की मांग की।