
प्रशिक्षण के नाम पर निजी खर्च करवाना अनुचित : राम मूर्ति ठाकुर
शिक्षकों के C-CPD प्रशिक्षण में डेटा व्यय की पूर्ति को लेकर उठी मांग
डीजे न्यूज, रांची : राज्य के शिक्षकों ने C-CPD (Continuous-Continuous Professional Development) प्रशिक्षण के दौरान मोबाइल डेटा व्यय की भरपाई के लिए सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की है। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश महासचिव राम मूर्ति ठाकुर ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग और JCERT (झारखंड काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) को पत्र लिखकर इस विषय पर संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
पत्र में बताया गया है कि शिक्षकों को J Guruji App के माध्यम से 24 घंटे का ऑनलाइन प्रशिक्षण पूरा करने का निर्देश दिया गया है, जिसमें कई वीडियो कंटेंट्स होते हैं। इन वीडियो को देखने और प्रशिक्षण पूरा करने में मोबाइल डेटा की अत्यधिक खपत होती है, लेकिन इस खर्च के लिए किसी प्रकार की आर्थिक सहायता उपलब्ध नहीं कराई गई है।
अन्य प्रशिक्षणों में विभाग करता है व्यय, तो C-CPD में क्यों नहीं?
गौरतलब है कि शिक्षकों के वार्षिक 50 घंटे के प्रशिक्षण कार्यक्रम में से 26 घंटे का प्रशिक्षण डायट (DIET) और JCERT केंद्रों पर कराया जाता है, जिसका खर्च विभाग द्वारा वहन किया जाता है। वहीं, 24 घंटे के ऑनलाइन C-CPD प्रशिक्षण के लिए शिक्षकों को अपने व्यक्तिगत खर्च पर मोबाइल डेटा का उपयोग करना पड़ रहा है।
राम मूर्ति ठाकुर ने इसे असंगत और अन्यायपूर्ण बताते हुए कहा कि यदि आधे प्रशिक्षण का खर्च सरकार उठाती है, तो बाकी आधे का भार शिक्षकों पर डालना तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने विभाग से मांग की है कि C-CPD प्रशिक्षण में डेटा खर्च के लिए प्रति शिक्षक उचित राशि प्रदान की जाए।
शिक्षकों में असंतोष, सरकार से जल्द समाधान की अपील
इस मुद्दे को लेकर राज्य के शिक्षकों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। उनका कहना है कि प्रशिक्षण के नाम पर बिना किसी वित्तीय सहायता के निजी खर्च करवाना अनुचित है। शिक्षकों ने मांग की है कि इस मामले में विभाग जल्द निर्णय लेकर मोबाइल डेटा व्यय की पूर्ति सुनिश्चित करे।
अब देखना होगा कि सरकार इस मांग पर क्या कदम उठाती है।