ओझाड़ीह में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण सप्ताह के छठे दिन की कथा में उमड़ी भीड़

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ओझाड़ीह में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण सप्ताह के छठे दिन की कथा में उमड़ी भीड़

डीजे न्यूज, टुंडी(धनबाद) : टुंडी प्रखंड के ओझाड़ीह में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण सप्ताह के छठे दिन रविवार रात्रि सैकड़ों श्रोताओं की भीड़ जुटी। कथा प्रवक्ता अनन्या शर्मा जी ने कहा कि जिन कानों ने भगवान की कथा का श्रवण नहीं किया, वह कान कान नहीं, सर्प का बिल है।

कथा का मुख्य अंश

– भगवान की कथा का महत्व : अनन्या शर्मा जी ने कहा कि भगवान की कथा का श्रवण करने से हमारे मन और मस्तिष्क में सकारात्मकता आती है, जबकि ईर्ष्या और निंदा जैसी नकारात्मक बातें दूर होती हैं।

– महारास की कथा : अनन्या जी ने महारास की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि यह भगवान की एक दिव्य लीला है, जिसमें गोपियों ने भगवान को प्राप्त करने के लिए कठोर तप किया था।

– धर्म का सम्मान : अनन्या जी ने कहा कि हमें सबसे पहले अपने धर्म का सम्मान करना चाहिए, ताकि हमें दूसरों से भी सम्मान मिल सके।

– कंस वध की कथा : कथा में कंस वध की कथा का वर्णन किया गया, जिसमें भगवान श्री कृष्ण ने कंस का वध किया था।

– गोपी-उद्धव प्रसंग : अनन्या जी ने गोपी-उद्धव प्रसंग का मार्मिक वर्णन करते हुए कहा कि यह प्रसंग श्रीमद्भागवत महापुराण का हृदय है, जिसमें प्रेम रस का माधुर्य और विरह की व्यथा है।

– रुक्मणी मंगल की कथा : कथा में रुक्मणी मंगल की कथा का वर्णन किया गया, जिसमें माता रुक्मणी की पूजा और भगवान श्री कृष्ण के दर्शन का वर्णन है।

कार्यक्रम की विशेषता

– श्रद्धालुओं की उपस्थिति: कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए।

– झांकी का आकर्षण: आज की झांकी ने उपस्थित श्रोताओं का मन मोह लिया।

– भजनों का प्रस्तुतीकरण: कथा में भजनों का प्रस्तुतीकरण किया गया, जिसने श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया।

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