
बलियापुर में पत्थर उत्खनन से बर्बाद हो रही खेती की जमीन, मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की गुहार
डीजे न्यूज, बलियापुर, धनबाद : बलियापुर प्रखंड के चालधोवा मौजा में जारी पत्थर उत्खनन से आस-पास की कृषि भूमि बर्बाद हो रही है। इससे आक्रोशित संथाल आदिवासी समुदाय और अन्य ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र भेजकर पत्थर उत्खनन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।
ब्लास्टिंग से खेतों में गिर रहे बोल्डर और डस्ट
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में बताया कि चालधोवा मौजा समेत आस-पास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर पत्थर उत्खनन कार्य चल रहा है। उत्खनन के दौरान होने वाली ब्लास्टिंग से बोल्डर और पत्थर की धूल (डस्ट) खेतों में गिर रही है, जिससे कृषि भूमि धीरे-धीरे बंजर होती जा रही है।
भुखमरी की समस्या का खतरा
ग्रामीणों ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि पत्थर उत्खनन कार्य पर जल्द रोक नहीं लगाई गई, तो खेती योग्य जमीन पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी। इससे किसानों की आजीविका पर संकट आ जाएगा और लोगों को भुखमरी का सामना करना पड़ेगा। ग्रामीणों का कहना है कि खेती बंद होने से किसान दाने-दाने के लिए मोहताज हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री से त्वरित कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि मामले में तत्काल हस्तक्षेप करते हुए पत्थर उत्खनन कार्य पर रोक लगाई जाए। उनका कहना है कि यदि समय रहते इस पर कार्रवाई नहीं हुई, तो ग्रामीणों की आजीविका पर गंभीर संकट खड़ा हो जाएगा।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो वे विरोध-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। इस मामले ने क्षेत्र में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है और ग्रामीणों को सरकार से जल्द राहत की उम्मीद है।