बिरनी में सरकारी बंदोबस्त जमीन पर पर्चाधारियों का काम रोका गया

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बिरनी में सरकारी बंदोबस्त जमीन पर पर्चाधारियों का काम रोका गया

डीजे न्यूज, बिरनी, (गिरिडीह) : बिरनी अंचल के उत्क्रमित मध्य विद्यालय झांझ के सामने वर्षों पूर्व गांव के ही चार अनुसूचित जाति के लोगों को सरकारी बंदोबस्त पर्चा मिला है। पर्चाधारियों के स्वजन अपना घर बनाने के लिए कार्य शुरू किया, जिसे बिरनी सीओ संदीप मधेसिया ने रोक लगा दिया।

ग्रामीणों की शिकायत पर हुई कार्रवाई

ग्रामीणों ने बिरनी सीओ संदीप मधेसिया से शिकायत कर स्कूल के सामने जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की थी। ग्रामीणों की शिकायत पर सीओ संदीप मधेसिया कार्यस्थल पहुंचे और कार्य कर रहे पर्चाधारियों से कहकर कार्य करने पर रोक लगा दिया।

पर्चाधारियों ने सीओ का आदेश पालन किया

पर्चाधारी बुधन दास के पुत्र जिबलाल दास ने कहा कि झांझ के खाता नंबर 17 के पांच प्लॉट में कुल 2.75 एकड़ डिसमिल जमीन 1977-78 में सरकार के द्वारा सरकारी बंदोबस्त प्राप्त है। तब से दखल कब्जा में है। जब घर निर्माण कार्य करने लगे तो सीओ ने आकर कार्य बंद करा दिया।

सीओ का क्या है कहना

सीओ ने कहा कि अपने जमीन संबंधी कागजात को प्रस्तुत करें। कागजात जांच होने के बाद अधिकार दिया जा सकता है। सीओ ने कहा कि इस खाता के जमीन पर गांव के कई लोग अवैध रूप से कब्जा किए हुए हैं। साथ ही कई लोगों ने सर्वे रास्ता को अतिक्रमण कर मकान बना रखा है।

चौहदी और नक्शे पर सवाल

सूत्रों का कहना है कि झांझ उत्क्रमित मध्य विद्यालय के सामने पर्चाधारियों के घर बना लेने से स्कूल दिखाई नहीं देगा और न ही स्कूल आने-जाने का रास्ता रहेगा। सरकारी बंदोबस्त जमीन जरूर है, लेकिन पर्चा में चौहदी में उत्तर रास्ता दर्शाया गया है। नक्शा में दक्षिण नवादा सीमा दर्शाया गया है। इसी पर लोगों को संशय बना हुआ है।

मामला पुराना

यह मामला अब का नहीं है, बल्कि कई सालों से ग्रामीण और पर्चाधारियों के बीच चलता आ रहा है। अंचल कार्यालय की खामियों का भुगतान पर्चाधारियों और ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। बरहमसिया पंचायत में सरकारी गरमजुरूवा जमीन का अतिक्रमण खुले आम हो रहा है। 163 लागू होने के बाद भी अतिक्रमण कर घर बना दिया गया है।

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