


बिहार विधानसभा चुनाव: सीआईएसएफ महानिदेशक ने किया पटना का दौरा,
जख्मी जवानों से मिल स्वास्थ्य की ली जानकारी,
चुनाव में तैनाती व्यवस्था की समीक्षा की
डीजे न्यूज, धनबाद: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के महानिदेशक प्रवीर रंजन, आईपीएस ने पटना का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने चुनाव ड्यूटी में तैनात बल की परिचालन तैयारियों की समीक्षा की।
हाल ही में सीवान और सारण के बीच हुए सड़क हादसे में जख्मी बल के जवानों को देखने महानिदेशक पारस एचएमआरआई अस्पताल पहुँचे। यहां 24 जवानों का इलाज चल रहा है। उन्होंने डॉक्टरों से उपचार की जानकारी ली और जवानों को आश्वासन दिया कि उन्हें सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने जवानों के बीच फल वितरित किए और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
पटना दौरे के दौरान सीआईएसएफ महानिदेशक ने बिहार पुलिस के डीजीपी विनय कुमार, आईपीएस के साथ चुनाव तैनाती की परिचालन समीक्षा बैठक की। इस बैठक में बिहार चुनाव के दौरान बल की तैनाती से जुड़े विभिन्न परिचालन और प्रशासनिक पहलुओं पर चर्चा की गई।
इसके साथ ही, महानिदेशक ने बिहार के मुख्य सचिव आईएएस प्रत्यय अमृत से भी शिष्टाचार भेंट की। मुख्य सचिव बनने पर उन्हें बधाई देते हुए उन्होंने बिहार में एक रिज़र्व बटालियन और आरटीसी की स्थापना के लिए भूमि अधिग्रहण पर विस्तृत चर्चा की। मुख्य सचिव ने इस प्रस्ताव पर प्राथमिकता के आधार पर विचार करने का आश्वासन दिया।
महानिदेशक सीआईएसएफ ईस्ट ज़ोन-1 मुख्यालय पहुँचे, जहाँ उनका पारंपरिक स्वागत “अंगवस्त्रम” भेंट कर किया गया। वहाँ उन्होंने बटालियन कमांडरों के साथ चुनावी ड्यूटी से जुड़ी रणनीतियों पर बैठक की और उन्हें राज्य के सामाजिक-राजनीतिक और सांस्कृतिक परिवेश को समझते हुए पेशेवर तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदान पूर्व तैनाती, मतदान दिवस और मतगणना ड्यूटी के दौरान जवानों का अनुकरणीय आचरण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। महानिदेशक ने कहा कि कंपनी कमांडरों, पर्यवेक्षी अधिकारियों और बटालियन कमांडरों के बीच निर्बाध संचार व्यवस्था और जवानों के लिए आवश्यक प्रशासनिक व रसद सुविधाओं की उपलब्धता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
महानिदेशक प्रवीर रंजन का यह दौरा बिहार में चुनाव ड्यूटी पर तैनात सभी सीआईएसएफ कर्मियों के लिए मनोबल बढ़ाने वाला साबित हुआ। अधिकारियों का मानना है कि इस मार्गदर्शन से विधानसभा चुनाव के दौरान बल की तैनाती और सुरक्षा व्यवस्था और अधिक प्रभावी और अनुकरणीय होगी।
