

बंद आवास का ताला तोड़ चोरी करने वालों के खिलाफ एकजुट हुए टाटाकर्मी, चोरों को पकड़ने के लिए कसी कमर, बैठक कर लिए ग ए महत्वपूर्ण निर्णय
डीजे न्यूज, सिजुआ, धनबाद:
कतरास थाना क्षेत्र के कंचनपुर पंचायत में टाटा कंपनी की आवासीय कॉलोनी आदर्शनगरी (तीन सौ क्वार्टर) अवस्थित है। इस कॉलोनी में बीते एक साल के दौरान बंद आवासों का ताला तोड़कर चोरी होने की घटनाएं लगातार जारी है। शनिवार की रात भी दो आवासों का ताला टूटा। इन घटनाओं से आजिज, कॉलोनी के नागरिक एकजुट हुए और रविवार शाम बैठक की। कॉलोनी परिसर स्थित बजरंगबली मंदिर के पास हुई बैठक के दौरान कॉलोनी वासियों ने चोरों से निपटने के लिए रणनीति बनाई। बैठक के दौरान पहरेहारी शुरू करने, अवांछित लोगों की पहचान करने के लिए अपने निजी खर्च से सीसीटीवी कैमरा लगाने सहित अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लिए ग ए।
घटनाओं पर एक नजर
करीब एक साल पहले टाटा भेलाटांड वाशरी में कार्यरत आदर्शनगरी निवासी दीपक कुमार के बंद आवास का ताला तोड़कर चोरों ने लाखों रुपये की जेवरात सहित नगदी ले उड़े। चोरों ने इस घटना को दिनदहाड़े अंजाम दिया। इसके बाद दुर्गापूजा के दौरान चोरों ने फिर एक वारदात को अंजाम देकर कॉलोनी वासियों को सकते में डाल दिया। चोरों ने शाम के समय टाटा कर्मी चंद्रदीप प्रसाद के आवास का भी ताला तोड़ा और सामान लेकर चलते बने। घटना के समय भुक्तभोगी सपरिवार मेला देखने ग ए थे। इसके कुछ दिन बाद ही चोरों ने टाटा कर्मी विकास झा के बंद आवास को निशाना बनाया और चोरी की वारदात को अंजाम दिया। बीते पांच दिन पहले चोरों ने एक साथ चार आवासों का ताला तोड़ा। शनिवार की रात चोरों ने शिव चंद पासी तथा बच्चा राम कलवार के बंद आवास पर दस्तक दी। हालांकि चोरों के हाथ विशेष कुछ नहीं लगा।
बाइक चोरी
चोरी की इन घटनाओं के बीच ही बाइक चोरों ने भी अपना हाथ साफ कर दिया। बाइक चोरों ने आवास के बाहर खड़ी दो बाइक को टपा लिया।
थाना में शिकायत
बंद आवास का ताला तोड़ने तथा आवास के बाहर खड़ी बाइक चोरी होने की घटनाओं के कुछ भुक्तभोगी ने कतरास थाना में लिखित शिकायत दी है, जबकि शेष लोगों ने नहीं दी है।
कॉलोनी वासी भयभीत
आदर्शनगरी में रहने वाले लोग टाटा की भेलाटांड व सिजुआ कोलियरी में कार्यरत हैं। टाटा डीएवी स्कूल सिजुआ के शिक्षक-शिक्षिकाएं भी यहां रहते हैं। लगातार हो रही चोरी की इन घटनाओं के बाद यहां के लोग आवास में ताला बंद कर कहीं बाहर जाने से कतराने लगे हैं।
