माइनिंग इक्विपमेंट और अर्थ मूविंग मशीनरी में स्टैंडर्डाइजेशन पर राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित

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माइनिंग इक्विपमेंट और अर्थ मूविंग मशीनरी में स्टैंडर्डाइजेशन पर राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित

डीजे न्यूज, धनबाद: आईआईटी-आईएसएम धनबाद और ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) के संयुक्त प्रयास से “माइनिंग इक्विपमेंट और अर्थ मूविंग मशीनरी के क्षेत्र में स्टैंडर्डाइजेशन” पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में देशभर से वैज्ञानिकों, उद्योग विशेषज्ञों, नीति-निर्माताओं और शिक्षाविदों ने भाग लिया और माइनिंग सेक्टर में स्टैंडर्डाइजेशन की बढ़ती जरूरतों पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम की शुरुआत श्री कुमार अनिमेष, साइंटिस्ट-E और प्रमुख, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग, BIS के स्वागत संबोधन से हुई, जिसमें उन्होंने माइनिंग सेक्टर में सुरक्षित और भरोसेमंद संचालन के लिए統 एक समान मानकों की जरूरत पर जोर दिया।
IIT (ISM) धनबाद की ओर से प्रो. सारथ कुमार दास, डीन (Faculty) और BIS चेयर प्रोफेसर ने संस्थान की भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि माइनिंग तथा मशीनरी सेक्टर में रिसर्च-आधारित स्टैंडर्ड डेवलपमेंट को आगे बढ़ाने में BIS और IIT (ISM) की साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नई तकनीकों के आने के साथ-साथ स्टैंडर्डाइजेशन की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई है।

तकनीकी सत्रों के दौरान कई महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे। श्री शुभम तिवारी, साइंटिस्ट-D/जॉइंट डायरेक्टर, BIS ने माइनिंग इक्विपमेंट और तकनीकों से जुड़ी भारतीय मानकों की मौजूदा स्थिति और स्टैंडर्डाइजेशन प्रक्रिया की जानकारी दी। श्री शुभम यादव, साइंटिस्ट-C/डिप्टी डायरेक्टर, BIS ने R&D प्रोजेक्ट्स के दिशा-निर्देशों और अर्थ मूविंग मशीनरी से जुड़े मानकों पर चर्चा की। श्री पी. के. सिंह, उप महानिदेशक (मैकेनिकल), DGMS ने माइनिंग और अर्थ मूविंग मशीनरी से संबंधित नियमों और सुरक्षा मानकों पर चर्चा की। श्री शंकरा नारायणन, कंट्री मैनेजर, कैटरपिलर इंडिया प्रा. लि., ने मशीनरी में आ रही नई तकनीकों और ऐसे क्षेत्रों के बारे में बताया जहां स्टैंडर्डाइजेशन के लिए और काम किए जाने की जरूरत है। इसी क्रम में डॉ. एल. ए. कुमारस्वामिधास, प्रोफेसर, IIT (ISM) धनबाद ने माइनिंग तकनीकों और उपकरणों में विकसित होती नई प्रवृत्तियों और शोध-अवसरों पर व्यापक जानकारी दी। सेमिनार में श्री प्रभु नाथ यादव, साइंटिस्ट-E और निदेशक, BIS जमशेदपुर शाखा ने BIS की कॉन्फ़ॉर्मिटी असेसमेंट स्कीम्स पर भी जानकारी साझा की।

कार्यक्रम के समापन पर श्री शुभम यादव ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों और IIT (ISM) टीम के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। यह सेमिनार माइनिंग और अर्थ मूविंग मशीनरी सेक्टर में सुरक्षित और आधुनिक तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए स्टैंडर्डाइजेशन की अहम भूमिका को फिर से रेखांकित करता है। साथ ही यह साबित करता है कि IIT (ISM) धनबाद देश में माइनिंग शिक्षा, रिसर्च और उद्योग-सहयोग के क्षेत्र में लगातार अग्रणी संस्था बना हुआ है।

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