गांडेय में 150 साल पुरानी परंपरा के साथ शुरू हुआ पाक्षिक अन्नपूर्णा मेला, पूजा-अर्चना में उमड़ी श्रद्धा

Advertisements

गांडेय में 150 साल पुरानी परंपरा के साथ शुरू हुआ पाक्षिक अन्नपूर्णा मेला, पूजा-अर्चना में उमड़ी श्रद्धा

डीजे न्यूज, गिरिडीह : गांडेय पुराना बाजार स्थित अन्नपूर्णा मंदिर परिसर में शुक्रवार 5 दिसंबर से पाक्षिक अन्नपूर्णा मेला का शुभारंभ किया गया। बताया जाता है कि झारखंड में बाबाधाम के बाद केवल गांडेय ही वह स्थान है, जहां यह ऐतिहासिक वार्षिक अन्नपूर्णा मेला आयोजित होता है।

शुभारंभ से एक दिन पूर्व गुरुवार को स्थानीय परोहितों द्वारा विधि-विधान के साथ माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा की विशेष पूजा-अर्चना की गई। प्रतिमा स्थापना, मंत्रोच्चार और ध्वजा निरुपण के साथ मंदिर परिसर में पूजा कार्य सम्पन्न हुआ। आसपास के गांव — गांडेय, बेलडीह, मोहनडीह, नायकडीह की महिलाओं ने नया अरवा चावल से बने प्रसाद का भोग अर्पित किया। रात में ग्रामीणों ने माता का जागरण कर माहौल को भक्तिमय बना दिया।

150 वर्ष पुरानी आस्था की परंपरा

गांडेय के बुजुर्ग बताते हैं कि यहां अन्नपूर्णा पूजा की परंपरा लगभग 150 वर्ष पुरानी है। तत्कालीन जमींदार किष्टु प्रसाद सिंह ने बांस की झोपड़ी बनाकर पहली बार माता अन्नपूर्णा की पूजा की थी। कहा जाता है कि उस समय गांडेय प्रखंड में भयंकर सुखाड़ पड़ा था और ग्रामीणों को भोजन तक नसीब नहीं हो रहा था। जमींदार की चिंताओं के बीच किसी ने उन्हें अन्नपूर्णा माता की पूजा करने का सुझाव दिया। पूजा के बाद क्षेत्र में अच्छी वर्षा हुई और भरपूर फसल के कारण अकाल समाप्त हो गया। तब से हर वर्ष अगहन पूर्णिमा को यह पूजा एवं मेला आयोजित होता आ रहा है।

समय के साथ ग्रामीणों के सहयोग से गांडेय पुराना बाजार में स्थायी अन्नपूर्णा मंदिर का निर्माण हुआ, जहां आज भी माता की प्रतिमा स्थापित कर 15 दिनों तक विशेष पूजा और मेला का आयोजन किया जाता है।

तैयारियों को अंतिम रूप दे रही पूजा कमिटी

अन्नपूर्णा मेला के सफल संचालन के लिए पूजा कमिटी के सदस्य लगातार तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। कमिटी के अध्यक्ष यदुनंदन पाठक, कार्यकारिणी अध्यक्ष एवं मुखिया अमृत लाल पाठक, रितेश पाठक, संजीव पाठक, सपन पाठक सहित कई लोग आयोजन को भव्य बनाने में जुटे हुए हैं।

शुक्रवार से शुरू हुए इस 15 दिवसीय मेला में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भीड़ लगने की उम्मीद है।

Social media & sharing icons powered by UltimatelySocial
Scroll to Top