

साहित्य, समाज सेवा और अध्यात्म को एक मंच पर लाने का प्रयास : संजय आनंद
हिन्दी साहित्य विकास परिषद् का 46वां स्थापना दिवस, रविवार को हिन्दी सेवी और समाजसेवी सम्मान, संगीतमयी रामकथा और काव्य सम्मान से सजेगा टाउन हॉल
डीजे न्यूज, धनबाद : हिन्दी साहित्य विकास परिषद् ट्रस्ट अपने 46वें स्थापना दिवस पर 7 सितम्बर रविवार को साहित्य, समाज सेवा और अध्यात्म का अनोखा संगम प्रस्तुत करने जा रहा है। परिषद् के अध्यक्ष व गोल इंस्टीच्यूट धनबाद के केंद्र निदेशक संजय आनंद ने गुरुवार को यहां प्रेस वार्ता में कहा कियह आयोजन साहित्य, समाज सेवा और अध्यात्म को एक ही मंच पर जोड़ने का प्रयास है, ताकि हिन्दी भाषा और संस्कृति का गौरव नई पीढ़ी तक पहुंचे।
संगीतमयी रामकथा बनेगी मुख्य आकर्षण
धनबाद शहर के एक निजी होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में संजय आनंद ने बताया कि स्थापना दिवस के अवसर पर सुप्रसिद्ध कथा व्यास चिराम जैन संगीतमयी शैली में रामकथा प्रस्तुत करेंगे। इसमें भगवान श्रीराम के आदर्श जीवन और मर्यादाओं का भावपूर्ण चित्रण होगा।
सम्मानित होंगे साहित्यकार और समाजसेवी
इस अवसर पर दिलीप चंचल काव्य सम्मान 2025 से नवल किशोर हाजरा और लता मानकर को सम्मानित किया जाएगा। वहीं दिलीप चंचल सेवा सम्मान 2025 से दीपक कानोड़िया, शंकर गोयल, अजय अग्रवाल, महेश प्रधान, शेखर शर्मा और अनीता अग्रवाल को सम्मानित किया जाएगा।
लोकापर्ण होगा ‘साहित्य सब्य भाग–2
संजय आनंद ने बताया कि परिषद् हित्य सब्य भाग–2 का लोकापर्ण करेगी। यह ग्रंथ हिन्दी भाषा और साहित्य के शोधकर्ताओं, विद्यार्थियों और पाठकों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।
प्रशासनिक और सामाजिक हस्तियां रहेंगी मौजूद
कार्यक्रम का उद्घाटन धनबाद उपायुक्त आदित्य रंजन करेंगे। परिषद् के सचिव राकेश शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में प्रवेश निःशुल्क रहेगा। पास चेतन ऑरनामेंट्स, बैंक मोड़ और मधुलिका स्वीट्स के सभी आउटलेट पर उपलब्ध हैं।
परिषद् का उद्देश्य
संजय आनंद ने बताया कि संगठन का लक्ष्य केवल साहित्य और भाषा का उत्थान नहीं है, बल्कि समाज सेवा के नैतिक मूल्यों की स्थापना और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजना भी है।
