
फाइलेरिया पीड़िता सुनीता बास्की को मिला मंत्री इरफान का सहारा, उठाई इलाज और सहायता की जिम्मेदारी
डीजे न्यूज, जामताड़ा : गोलपहाड़ी में वर्षों से फाइलेरिया से पीड़ित एक महिला को उस समय नई जिंदगी की उम्मीद मिली जब झारखंड सरकार के मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने मौके पर पहुंचकर न केवल उसकी बीमारी को समझा, बल्कि इलाज और आर्थिक सहायता की पूरी जिम्मेदारी भी अपने ऊपर ली। मंत्री की इस मानवीय पहल से क्षेत्र में प्रशंसा की लहर है।
मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने गुरुवार को अपने क्षेत्रीय दौरे के दौरान गोलपहाड़ी गांव में सुनीता बास्की से मुलाकात की, जो कई वर्षों से फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। सुनीता के पैरों में सूजन और दर्द ने उन्हें लगभग चलने-फिरने से लाचार कर दिया था। आर्थिक तंगी ने इलाज को और भी असंभव बना दिया था।
मंत्री डॉ. अंसारी ने जैसे ही सुनीता की हालत देखी, वे तुरंत सक्रिय हुए और मौके पर ही आर्थिक सहायता दी। साथ ही, उन्होंने उच्चस्तरीय चिकित्सा उपचार की व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान मंत्री ने कहा,
“मैंने यहां एक मरीज नहीं, एक मां का दर्द देखा है। मेरे लिए कुर्सी से पहले इंसानियत मायने रखती है।”
सुनीता की आंखों में जहाँ पहले निराशा और दर्द झलकता था, अब वहां राहत और उम्मीद की चमक दिखाई दे रही है। स्थानीय ग्रामीणों ने मंत्री के इस संवेदनशील और त्वरित हस्तक्षेप की सराहना करते हुए उन्हें “एक मसीहा” बताया।
जनसभा के दौरान डॉ. अंसारी ने विपक्ष पर राजनीतिक कटाक्ष भी किया। उन्होंने कहा:
“भाजपा वालों, गौर से देखो – मैं हर घर, हर दिल में बसता हूँ… मुझे मिटा पाओगे क्या?”
मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता जनसेवा है, न कि केवल मंचीय भाषण। उन्होंने कहा,
“नेता वही होता है जो पीड़ित के घर खुद चलकर जाए, ना कि सिर्फ पोस्टर और भाषणों से अपना चेहरा चमकाए।”
डॉ. अंसारी की इस मानवीय पहल ने न केवल एक गरीब महिला को सहारा दिया, बल्कि राजनीति में सेवा भावना की मिसाल भी पेश की है।