





गिरिडीह में सजी शास्त्रीय संगीत की महफिल,अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की प्रस्तुति ने मोहा मन
मंत्री सुदिव्य कुमार बोले–शास्त्रीय संगीत से होता है बौद्धिक विकास
डीजे न्यूज, गिरिडीह : गिरिडीह के श्री श्याम सेवा समिति ऑडिटोरियम में गुरुवार की शाम शास्त्रीय संगीत की सुरमयी बयार बही। संगीत साधना केंद्र के तत्वावधान में आयोजित “श्री देवराहा बाबा संगीत समारोह” में देश के नामचीन अंतरराष्ट्रीय कलाकारों और स्थानीय प्रतिभाओं ने ऐसी जुगलबंदी पेश की कि श्रोता घंटों सुर-ताल में डूबे रहे।
समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के पर्यटन, कला एवं संस्कृति मंत्री सुदिव्य कुमार (सोनू) थे। उन्होंने कहा कि शास्त्रीय संगीत केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि मानसिक और बौद्धिक विकास का साधन है।
गिरिडीह में पंडित शंभुदयाल केडिया और उनके परिवार द्वारा वर्षों से की जा रही साधना से यहां की संगीत विरासत और समृद्ध हुई है।
कार्यक्रम की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय कलाकारों — पंडित शंभुदयाल केडिया, पंडित मोरमुकुट केडिया और पंडित मनोज केडिया ने मंत्री को अंगवस्त्र व पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया।
इसके बाद समारोह में टफकॉन के निदेशक मोहन साव, वरीय अधिवक्ता अजय कुमार सिन्हा, रालोजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार राज, उद्योगपति सुरेश जालान, अभिषेक कानोड़िया, चैंबर अध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला, भाजपा नेता मुकेश जालान सहित अन्य प्रबुद्धजनों को भी सम्मानित किया गया।
कलाकारों की प्रस्तुतियों ने बांधा समां।

दिल्ली से पधारे डॉ समित मल्लिक ने ध्रुपद गायन की प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। संगत में कोलकाता के तापस दास ने पखावज बजाया।
वाराणसी के भागीरथ जालान के शास्त्रीय गायन में तबला संगत पं. ललित कुमार और हारमोनियम पर हर्षित उपाध्याय ने किया।
बांसुरी पर ऋतिक शुक्ला और रामकुमार सिन्हा ने राग दरबारी सुनाकर वातावरण को संगीतमय बना दिया।
गिरिडीह के उभरते गायक आयुष सिन्हा ने तीन ताल में विलंबित बंदिश गाकर खूब वाहवाही बटोरी।
पंडित शंभुदयाल केडिया की हारमोनियम प्रस्तुति, और केडिया बंधु — पं. मोरमुकुट केडिया व पं. मनोज केडिया की सितार-सरोद जुगलबंदी ने श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
सुनील केडिया ने भजन, मानस मयंक ने वायलिन वादन, अनुपम व नमन पाठक ने गायन प्रस्तुत कर समां बांधा।
संचालन व उपस्थिति
मंच का संचालन संगीत साधना केंद्र के अध्यक्ष नीलकमल भरतीया और हर्षित केडिया ने किया। समारोह में कला संगम के सचिव सतीश कुंदन, उपाध्यक्ष अंजनी सिन्हा, कांग्रेस नेता सतीश केडिया, लखी गोरीसरिया, श्रवण केडिया, प्रभा रघुनंदन, रामकांत मिश्रा, सुनील मंथन शर्मा, अजय शिवानी, बालेश्वर पाठक, आलोक रंजन, विनीत केडिया, श्याम सुंदर केडिया सहित शहर के कई गणमान्य नागरिक और सैकड़ों संगीत प्रेमी मौजूद रहे।
शास्त्रीय संगीत के इस समारोह ने गिरिडीह की सांस्कृतिक गरिमा को एक नई ऊंचाई दी और संगीत साधना की परंपरा को सजीव कर दिया।
