गिरिडीह बनेगा इको-टूरिज्म का हब, मंत्री व मुख्य सचिव ने दिए विकास कार्यों को गति देने के निर्देश

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गिरिडीह बनेगा इको-टूरिज्म का हब, मंत्री व मुख्य सचिव ने दिए विकास कार्यों को गति देने के निर्देश
डीजे न्यूज, गिरिडीह : झारखंड सरकार गिरिडीह जिले के पर्यटन स्थलों को विकसित कर इको-टूरिज्म का केंद्र बनाने की दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है। इसी क्रम में सोमवार, 30 जून 2025 को झारखंड सरकार के माननीय मंत्री सुदिव्य कुमार और राज्य की मुख्य सचिव अलका तिवारी ने उसरी वाटर फॉल और खंडोली डैम का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि पर्यटन का विकास स्थानीय लोगों के लिए रोजगार सृजन का माध्यम बनेगा। उन्होंने कहा कि खंडोली डैम के चारों ओर सौंदर्यीकरण के साथ-साथ विदेशी पक्षियों के ठहराव, वन विभाग द्वारा पौधारोपण, तथा आकर्षक संरचनाओं के निर्माण की दिशा में ठोस पहल की जा रही है।

मुख्य सचिव तिवारी ने कहा कि गिरिडीह की प्राकृतिक सुंदरता बेजोड़ है और यहां पर्यटन की विशाल संभावनाएं हैं। उन्होंने विशेष रूप से उसरी वाटर फॉल को इको-टूरिज्म के रूप में विकसित करने पर बल दिया और संबंधित विभागों को समयबद्ध रूप से योजनाओं को लागू करने का निर्देश दिया।
उपायुक्त रामनिवास यादव ने बताया कि खंडोली डैम को राष्ट्रीय स्तर का पर्यटन स्थल बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है।

डैम के चारों ओर पहुंच पथ, नदी पर पुल, मधवाडीह से खंडोली मोड़ तक बाईपास पथ, और बरियारपुर तक कॉरिडोर निर्माण की योजना से पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिलेगी और स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ होगा।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक डॉ. बिमल कुमार, वन प्रमंडल पदाधिकारी मनीष तिवारी, उप विकास आयुक्त स्मृता कुमारी, अनुमंडल पदाधिकारी श्रीकांत या विस्पुते, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला खेल पदाधिकारी समेत कई विभागों के वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
सरकार की मंशा है कि गिरिडीह को न केवल पर्यटन के मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान मिले, बल्कि यह स्थानीय समृद्धि और सांस्कृतिक पहचान का भी केंद्र बने।

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