नक्सली केस में पीएफआई आतंकी आरोपित रिटायर्ड थानेदार जलालुद्दीन खान की गवाही

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डीजे न्यूज, गिरिडीह:पंचायत सचिव बिजय राम भदानी के की हत्या में शामिल आरोपित नक्सली राजू यादव, रूपेश हांसदा और राधिका देवी के मामले में तत्कालीन अनुसंधानकर्ता जलालुद्दीन खान ने न्यायालय में अपनी गवाही दी है। अवकाश प्राप्त एसआई तत्कालीन भेलवाघाटी में थानेदार था। पटना पुलिस ने उसे पीएफआई आतंकी संगठन से सम्बंध रखने के आरोप में गिरफ्तार की थी। फिलहाल अवकाश प्राप्त यह दरोगा आतंकी मामले में बेउर जेल में बंद है।बुधवार को पटना पुलिस ने कड़ी सुरक्षा में उसे बेउर जेल से गिरिडीह न्यायालय गवाही देने लाया। प्रधान जिला जज वीणा मिश्रा की अदालत में अनुसंधानकर्ता की गवाही ली गई।

 

भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाहता था रिटायर्ड थानेदार जलालुद्दीन खान भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाहता था।

पुलिस के मुताबिक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के लिए चलाए जा रहे आतंकी नेटवर्क में शामिल जलालुद्दीन खान पुलिस में 29 सालो तक काम किया था। पौलुस ने जब्त दस्तावेज के अनुसार भारत को 2047 तक मुस्लिम राष्ट्र बनाना है। इस बुकलेट को चोरी छिपे संगठन के बीच बांटा जाता है। जब्त दस्तावेज में आतंकी मॉड्यूल का एक-एक प्लान दर्ज है। इसे कैसे अंजाम दिया जाना है ये भी बताया गया है।डॉक्यूमेंट की इसी गाइडलाइन पर टेरर मॉड्यूल के आतंकी पटना में ट्रेनिंग सेंटर चला रहे थे। इस खुलासे के बाद जाच एजेंसिया हुईं थी चौकन्नी।पटना के फुलवारी शरीफ से मोहम्मद जलालुद्दीन के मकान में पीएफआई की राजनीतिक पार्टी एसडीपीएफ से जुड़ा अतहर परवेज नाम का संदिग्ध आंतकी इस खुफिया मिशन को अंजाम देने में जुटा था। अतहर पहले प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी से जुड़ा रहा है और इसी पीएफआई के तार बिहार के दरभंगा, मोतिहारी, मुज़फ्फरपुर समेत देश के दूसरे राज्यों से भी जुड़े रहे थे।दरअसल पटना के टेरर माड्यूल के खुलासे के बाद गजवा-ए-हिंद की थ्योरी ने पुलिस औऱ जांच एजेंसियो के कान खड़े कर दिए थे।

आतंकी मिशन 2047 ‘गजवा-ए-हिंद’ की ख्वाहिश पाले मरगूब के व्हाट्सएप ग्रुप में होती थीं ऐसी चैट्स, दिए जाते थे ।जलालुद्दीन खान पुलिस सेवा में 29 साल तक था।वह 30 अप्रेल 2021 को भेलवाघाटी थाना से रिटायर्ड किया था।रिटायर्ड के बाद आतंकी संगठन के लिए कार्य करने लगा था।

 

इस मामले में हुई गवाही

 

भेलवाघाटी पुलिस ने बरमसिया गांव से राधिका देवी और जमुई जिले के चरका पत्थर थाना क्षेत्र के रहने वाला राजू यादव ने कहा था कि पंचायत सचिव बिजय राम भदानी की हत्या तीनो ने की थी।23 अगस्त 2020 को उन लोगों ने ही अपने सहयोगी रामकुं हासदा और राजेश उर्फ बहिरा के साथ मिलकर भेलवाघाटी के घाटा पहाड़ी जंगली क्षेत्र के पास पंचायत सचिव का अपहरण कर उसे पत्थर से कूचकर मार डाला था। राजू ने पुलिस को बताया था कि अपहरण के दिन रात के आठ बजे के बाद उसकी हत्या कर दी गई। राजू यादव इसके साथ नक्सली दस्ते में काम कर चुका था। राधिका देवी के साथ पंचायत सचिव के अवैध संबंध के कारण नक्सली राजू यादव ने अपने सहयोगियों के साथ खदान में पत्थर से कूच कूच कर उसकी हत्या कर दी थी। राधिका देवी से राजू यादव का 9 सालों से प्रेम संबंध चल रहा था।इसी बीच राजू के जेल चले जाने के बाद राधिका पंचायत सचिव के सम्पर्क में आ गई और उसे चाहने लगी।जब राजू जेल से निकला तो उसे राधिका और पंचायत सचिव के संबंध की जानकारी मिली। जिससे गुस्सा होकर उसने इस वारदात को अंजाम दिया था।

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