
रुद्र महायज्ञ में गूंजे धार्मिक मंत्र, शिव-पार्वती विवाह उत्सव मनाया गया
डीजे न्यूज, पीरटांड़, गिरिडीह : पालगंज स्थित आदि दुर्गा मंडप परिसर में चल रहे पांच दिवसीय रुद्र महायज्ञ के चौथे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। वृंदावन से पधारे पंडित भूपेंद्र जी महाराज ने शिव महापुराण कथा सुनाते हुए कहा कि श्रद्धा ही पार्वती है और विश्वास ही शिव। उन्होंने बताया कि भगवान की कथा सुनना, जप करना और माता-पिता की सेवा करना कलियुग में मोक्ष प्राप्ति के सबसे सरल साधन हैं।
शिव-पार्वती विवाह का भव्य आयोजन
महायज्ञ के दौरान शिव-पार्वती विवाह उत्सव का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर भगवान गणेश एवं कार्तिकेय जी के जन्म और बल चरित्र का विस्तार से वर्णन किया गया।
धार्मिक अनुष्ठानों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
इससे पूर्व, काशी से आए यज्ञाचार्य रामसुंदर पांडेय के नेतृत्व में सुबह से ही मंडप पूजन, हवन एवं यज्ञ मंडप फेरी जैसे धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए। यज्ञ मंडप फेरी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे पूरा क्षेत्र भक्तिमय माहौल में डूब गया।
महायज्ञ का समापन मंगलवार को होगा
महायज्ञ का समापन मंगलवार को होगा। पूजन के बाद आरती एवं महाप्रसाद का वितरण किया गया। देर शाम वृंदावन से आए प्रवचनकर्ता पंडित भूपेंद्र जी महाराज ने शिव-पार्वती विवाह का विस्तारपूर्वक वर्णन किया, जिसे श्रद्धालुओं ने मंत्रमुग्ध होकर सुना। कथा समाप्ति के बाद भंडारे का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में कई गणमान्य लोग रहे शामिल
इस धार्मिक आयोजन में पंडित बासुकीनाथ उपाध्याय, पंडित शंकर उपाध्याय, मुख्य जजमान राजा दिलीप नारायण सिंह, नरेश सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में यज्ञ समिति एवं पूजा समिति के सभी कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।