
वन विभाग की मनमानी के खिलाफ भड़का जनाक्रोश, खेतको में जुटे सैकड़ों ग्रामीण
डीजे न्यूज, बगोदर (गिरिडीह) : खेतको गांव की गरीब भूमिहीन महिला तारा कुमारी पांडेय के निर्माणाधीन अबुआ आवास को वन विभाग द्वारा बिना किसी नोटिस के ढहा देने के विरोध में आज गांव में एक विशाल ग्रामसभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व पंचायत समिति सदस्य कैलाश महतो ने की जबकि संचालन विजय शंकर पांडेय ने किया।
गौरतलब है कि 28 मई की शाम वन विभाग के दो वनरक्षकों ने तारा कुमारी पांडेय के निर्माणाधीन घर को जबरन तोड़ दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि इस दौरान वनकर्मियों ने महिला के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया, धक्का-मुक्की की और गाली-गलौज भी की। पीड़िता गर्भवती बताई जा रही हैं और लगातार विनती करने के बावजूद वनकर्मियों ने संवेदनशीलता नहीं दिखाई।
ग्रामसभा में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण, महिलाएं, नौजवान और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में इस घटना की कड़ी निंदा की और दोषी वनकर्मियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की।
मापी में खुला सच — मकान वन भूमि पर नहीं था
भाकपा माले प्रखंड सचिव परमेश्वर महतो ने जानकारी दी कि ग्रामीणों के दबाव के बाद वन विभाग ने स्थल की मापी करवाई, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि निर्माणाधीन मकान वन भूमि पर नहीं है। उन्होंने इसे गरीब महिला के खिलाफ साजिश और शक्ति के दुरुपयोग का मामला बताया।
4 जून को होगा खेतको में आक्रोश मार्च
ग्रामसभा में सर्वसम्मति से तय किया गया कि 4 जून को खेतको गांव में एक विशाल आक्रोश मार्च निकाला जाएगा, जिसमें क्षेत्र भर के लोग शामिल होंगे। भाकपा माले ने न्यायप्रिय जनता से बड़ी संख्या में उपस्थित होकर पीड़िता को न्याय दिलाने की अपील की है।
ग्रामसभा में अखिल भारतीय किसान महासभा के केंद्रीय सदस्य पुरन महतो, पूर्व जिप सदस्य सरिता महतो, मुखिया प्रदीप महतो, इंकलाबी नौजवान सभा के प्रखंड अध्यक्ष भोला प्रसाद महतो, रामचंद्र महतो सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।
ग्रामीणों ने चेताया कि अगर समय रहते न्याय नहीं मिला, तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।