
वन महोत्सव में जनप्रतिनिधियों के निशाने पर रहा वन विभाग
टुंडी के बरियारपुर में आयोजित हुआ 76वां वन महोत्सव, ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान से प्रकृति बचाने का संदेश
सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और विधायक मथुरा महतो ने किया कार्यक्रम का शुभारंभ, क्षेत्र से गायब रहने के सवाल का जवाब देने से बचते रहे सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी
डीजे न्यूज, टुंडी (धनबाद) : पश्चिमी टुंडी के मनियाडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत बरियारपुर गांव में वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर से 76वां वन महोत्सव एवं “एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधारोपण कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी एवं टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। वन महोत्सव में जिला परिषद सदस्य व झामुमो नेता मीना हेम्ब्रम समेत कई पंचायत प्रतिनिधियों ने वन विभाग पर जमकर निशाना साधा। पौधारोपण के नाम पर खानापूरी करने का खुला आरोप मीना हेम्ब्रम ने लगाया। कागजों पर योजना चलने की भी बात कही। मीना हेम्ब्रम ने कहा कि जिला परिषद बोर्ड की बैठक में वन विभाग से योजनाओं एवं फंड की जानकारी मांगी गई लेकिन विभाग ने नहीं दिया। उन्होंने डीएफओ से पूरे मामले की जांच की मांग की। इधर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि प्रदूषण के बढ़ते खतरे को देखते हुए वृक्षारोपण अब केवल अभियान नहीं, बल्कि ज़रूरत बन गया है। उन्होंने कहा कि यदि अगली पीढ़ी को स्वस्थ वातावरण देना है तो प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। पेड़ हमें केवल ऑक्सीजन ही नहीं देते, बल्कि जीव-जंतुओं के जीवन और प्रकृति के संतुलन के लिए भी अनिवार्य हैं। सांसद चौधरी पर क्षेत्र से गायब रहने का मामला भी उठा। इस संबंध में जब उनसे सवाल पूछा गया तो वह जवाब देने से बचते रहे।
वहीं विशिष्ट अतिथि विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि बांस की खेती न केवल प्राकृतिक संतुलन के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति सुधारने का भी सशक्त माध्यम बन सकती है। उन्होंने सुझाव दिया कि बंजर ज़मीनों पर बड़े पैमाने पर बांस रोपित कर ग्रामीण आजीविका को सशक्त बनाया जा सकता है।
प्राकृतिक आपदा में क्षतिपूर्ति राशि का वितरण
कार्यक्रम के दौरान पूर्व में जंगली हाथियों के हमले से प्रभावित ग्रामीणों के बीच वन विभाग द्वारा क्षतिपूर्ति के तौर पर लगभग एक दर्जन लोगों को चेक वितरण भी किया गया।
वन विभाग की ओर से मिला जागरूकता का संदेश
जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास पालिवार ने जलवायु परिवर्तन की चुनौती पर जोर देते हुए कहा कि प्रकृति की रक्षा सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि “हर व्यक्ति एक पौधा लगाए, तभी जलवायु सुधार और पर्यावरण संतुलन संभव है।
अन्य गणमान्य रहे उपस्थित
इस अवसर पर टुंडी प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष इंद्रलाल बास्की, जिप सदस्य मीणा हेम्ब्रम, रेंजर राकेश सिंह, उप प्रमुख संजु गुप्ता, सेवानिवृत्त रेंजर ए.के. मंजुल, मुखिया मनियाडीह, सांसद प्रतिनिधि सुभाष रवानी, गिरधारी महतो, दिनेश राय, विक्रम भारद्वाज सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन बलबीर दशौंधी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन रेंजर राकेश सिंह द्वारा किया गया। अंत में सभी अतिथियों ने विभिन्न प्रजातियों के पौधों का सामूहिक रोपण कर कार्यक्रम को सार्थकता प्रदान की।