
टुंडी की बेटी दीपशिखा सिन्हा बनीं पुणे न्यायालय की अधिवक्ता
पुणे में बनीं झारखंड की पहली महिला अधिवक्ता, बढ़ाया क्षेत्र का मान
डीजे न्यूज, टुंडी (धनबाद) : टुंडी के लाला टोला, कोलहर जैसे सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में जन्म लेने वाली दीपशिखा सिन्हा ने अपनी मेहनत और संकल्प से अपने माता-पिता और पूरे झारखंड का नाम रोशन किया है। उन्होंने पुणे जिला एवं सत्र न्यायालय में अधिवक्ता बनकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
दीपशिखा सिन्हा ने बताया कि उनकी मां ललिता सिन्हा जो गिरिडीह शास्त्री नगर गिरिडीह में रहती थीं, अधिवक्ता बनना चाहती थीं, लेकिन परिस्थितियों के कारण उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका। अपनी मां के अधूरे सपने को पूरा करने के उद्देश्य से उन्होंने कानून की पढ़ाई की और आज पुणे जिला एवं सत्र न्यायालय में झारखंड की पहली महिला अधिवक्ता बन गईं। दीपशिखा के पिता मुरारी प्रसाद सिन्हा हैं।
शिक्षकों और परिजनों में हर्ष
उन्होंने अपनी एलएलबी की डिग्री झारखंड विधि महाविद्यालय, कोडरमा से प्राप्त की। उनकी इस उपलब्धि पर महाविद्यालय के शिक्षक बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं और उन्हें शुभकामनाएँ दे रहे हैं।
उनकी इस सफलता पर पुणे जिला एवं सत्र न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने उन्हें सम्मानित भी किया। उनकी सफलता क्षेत्र की अन्य महिलाओं और छात्राओं के लिए प्रेरणा बन गई है।
परिवार में जश्न, मिठाइयां बांटी गईं
दीपशिखा सिन्हा के पति दिनेश वीरेंद्र सिन्हा, जो भारतीय रेलवे के पुणे डिवीजन में चीफ सेक्शन कंट्रोलर पद पर कार्यरत हैं, ने उनकी इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया।
पूरे परिवार में खुशी का माहौल है और सभी एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर और बधाई देकर इस उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं। दीपशिखा सिन्हा ने साबित कर दिया कि सपने पूरे करने के लिए कड़ी मेहनत और लगन सबसे जरूरी होती है।