
तिसरी में प्रतिबंधित पशु के अवशेष मिलने से तनाव, पुलिस ने शुरू की जांच
डीजे न्यूज, तिसरी(धनबाद) : गिरिडीह जिले के तिसरी प्रखंड अंतर्गत लोकाय पंचायत के जमामो गांव से सटे कारीपहरी झाड़ी क्षेत्र में प्रतिबंधित पशु के अवशेष मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। गुरुवार की सुबह झाड़ियों के पास प्रतिबंधित पशु की चमड़ी, पैर और अन्य हिस्से पाए गए, वहीं कई स्थानों पर खून के धब्बे भी देखे गए हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही लोकाय नयनपुर थाना प्रभारी अमित कुमार चौधरी और थानसिंहडीह ओपी प्रभारी नीरज कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मांस और चमड़ी के कुछ हिस्से जब्त किए और मामले की जांच शुरू कर दी है।
लापता बछड़े से जुड़ रहा मामला
बताया गया कि जमामो गांव की रबीता देवी का एक गाय का बछड़ा बुधवार की शाम से लापता था। गुरुवार की सुबह जब वह बछड़े की खोज में निकली, तो कारीपहरी झाड़ी के पास उसे प्रतिबंधित पशु के अवशेष दिखाई दिए। उसने तुरंत गांव के अन्य लोगों को सूचना दी। इसके बाद जमामो, लोकाय, नयनपुर सहित कई गांवों के लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल पर पहुंच गए।
हिंदू समाज में रोष, जांच की मांग
घटनास्थल पर विकास मंडल, रविंद्र पंडित, सुनील साव, टिंकू मंडल, संत साव, राजू मंडल, दौलत मंडल सहित कई ग्रामीण पहुंचे और घटना की निंदा करते हुए दोषियों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की मांग की। हिंदू समाज के लोगों में घटना को लेकर काफी आक्रोश है।
पुलिस ने जब्त किए गए मांस और चमड़ी के नमूनों को पशु चिकित्सा विभाग में जांच के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह प्रतिबंधित पशु ही था या नहीं।
फिलहाल, पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी जुटाई जा रही है। प्रशासन ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की है।