टेक्नोलॉजी और कम्युनिकेशन में फोटॉनिक्स की भूमिका महत्वपूर्ण: प्रो. आरके सिंह मानव मस्तिष्क को समझें तभी असली प्रगति संभव: प्रो. तपन के. गांधी

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टेक्नोलॉजी और कम्युनिकेशन में फोटॉनिक्स की भूमिका महत्वपूर्ण: प्रो. आरके सिंह

मानव मस्तिष्क को समझें तभी असली प्रगति संभव: प्रो. तपन के. गांधी

डीजे न्यूज, धनबाद: आईआईटी (आईएसएम) धनबाद में 3 से 9 दिसंबर तक चल रहे सेंचुरी फाउंडेशन वीक के पाँचवें दिन का आयोजन रविवार को “टेक पावर्ड इंडिया: कंप्यूटिंग एंड कम्युनिकेशन” थीम पर किया गया। यह सप्ताह 3 दिसंबर को भव्य उद्घाटन समारोह के साथ शुरू हुआ था, जिसमें प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी डॉ. पी. के. मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। पूरे हफ़्ते चलने वाला यह आयोजन 9 दिसंबर को 100वें फाउंडेशन डे के साथ समाप्त होगा, जहाँ अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी फाउंडेशन डे एड्रेस देंगे।

पाँचवें दिन का कार्यक्रम पेनमैन ऑडिटोरियम में दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुरू हुआ, जिसे प्रो. आर. के. सिंह (आईआईटी बीएचयू, वाराणसी) ने किया। इस अवसर पर प्रो. तपन के. गांधी (आईआईटी दिल्ली), प्रो. विनीत कुमार राय (हेड, फिज़िक्स), प्रो. एस. पी. तिवारी (हेड, मैथमेटिक्स एंड कंप्यूटिंग) और प्रो. रवि कुमार गंगवार (हेड, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग) भी मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत आईआईटी(आईएसएम) के 100 सालों के सफ़र पर आधारित एक छोटी फिल्म से हुई, जिसके बाद प्रो. विनीत कुमार राय ने स्वागत भाषण दिया।

इसके बाद प्रो. आर. के. सिंह ने लेज़र और इन्फॉर्मेशन फोटॉनिक्स पर अपना व्याख्यान दिया और बताया कि भविष्य की टेक्नोलॉजी और कम्युनिकेशन में फोटॉनिक्स की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण होती जा रही है। फिर प्रो. तपन के. गांधी ने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और इनोवेशन पर एक बेहद प्रेरक संबोधन दिया। उन्होंने बताया कि असली प्रगति तभी संभव है जब हम प्राकृतिक बुद्धिमत्ता यानी मानव मस्तिष्क को बेहतर समझें। उन्होंने नवजात शिशुओं, विज़ुअल पाथवे और दिमाग़ की प्रोसेसिंग पर किए गए अपने शोध की झलकियाँ साझा कीं। उन्होंने बताया कि स्पाइनल इंजरी वाले मरीजों के लिए टचपैड, आई-मूवमेंट कंट्रोल और ब्लो-स्विच जैसे सहायक उपकरण विकसित करने के बाद वे इस निष्कर्ष पर पहुँचे कि भविष्य की एआई तकनीक को इंसानों से सीखना चाहिए, न कि इंसानों को मशीनों के हिसाब से ढलना पड़े। उनके अनुसार इंजीनियरिंग का उद्देश्य जीवन को बेहतर बनाना और प्रकृति की अनसुलझी पहेलियों को समझना है। इसके बाद अभिषेक रंजन, एसवीपी व सीईओ, बीएसईएस राजधानी पावर, ने ऑनलाइन माध्यम से अपने विचार रखे और पावर सेक्टर में चल रहे डिजिटल बदलावों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में प्रो. आर. थंगावेल (फिज़िक्स विभाग) ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।

दिनभर कैंपस में तकनीकी गतिविधियाँ भी जारी रहीं। पेनमैन क्वाड्रैंगल में एआई आधारित डिजिटल टेक्नोलॉजी का लाइव डेमो आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों और आगंतुकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। चिल्ड्रन एक्टिविटी सेंटर ने क्लास V तक के बच्चों के लिए रचनात्मक गतिविधियाँ आयोजित कीं, जबकि सीनियर क्लास के छात्रों के लिए स्कोलोमिन क्लब द्वारा अलग-अलग ईवेंट कराए गए। शाम को संस्थान के छात्र क्लब मंथन ने 6 बजे से 8 बजे तक शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुति दी, जिसके साथ फाउंडेशन वीक के पाँचवें दिन का आयोजन उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ।

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