
टैगोर साहब के चेहरे और जीवन को कैनवास पर उकेरा
कविगुरु रबीन्द्रनाथ टैगोर की 164वीं जयंती के अवसर पर कला शिविर “कवि-प्रणाम” का भव्य आयोजन
डीजे न्यूज, धनबाद : अंतरराष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता से प्रमाणित (ISO 9001-2015)अनुवा अकादमी ऑफ फाइन आर्ट्स, धनबाद द्वारा कविगुरु रबीन्द्रनाथ टैगोर की 164वीं जयंती के अवसर पर कला शिविर “कवि-प्रणाम” का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अकादमी के अध्यक्ष अनुवा घोष ने टैगोर साहब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर और दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि दी। टैगोर के साहित्य, कला और जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने छात्रों को टैगोर के आदर्शों से प्रेरणा लेने का संदेश दिया।
अकादमी के निदेशक डॉ. विक्टर घोष ने बताया कि यह 25वां “कवि-प्रणाम” कला शिविर था, जिसमें अकादमी के कुल 40 छात्रों ने भाग लिया। इन छात्रों ने टैगोर के चेहरे और जीवन को कैनवास पर उकेरा। यह कला प्रदर्शनी न केवल श्रद्धांजलि थी, बल्कि छात्रों की रचनात्मकता और कला के प्रति समर्पण का सजीव प्रमाण भी।
चार वर्गों में विभाजित इस प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। प्रत्येक वर्ग में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की गई।
पुरस्कृत प्रतिभागी
प्रथम वर्ग (कक्षा 1 से 3 तक)
प्रथम – प्रिया कुमारी (कक्षा I)
द्वितीय – शिवान कुमार (कक्षा II)
तृतीय – अनमोल कुमारी (कक्षा II)
द्वितीय वर्ग (कक्षा 4 से 6 तक)
प्रथम – विवेक कुमार (कक्षा IV)
द्वितीय – रेनू कुमारी (कक्षा V)
तृतीय – मौली बैनर्जी (कक्षा VI)
तृतीय वर्ग (कक्षा 7 से 9 तक):
प्रथम – शशि कुमार (कक्षा VIII)
द्वितीय – मधुमिता कुमारी (कक्षा IX)
तृतीय – स्नेहलता दे (कक्षा IX)
चतुर्थ वर्ग (कक्षा 10 से ओपन टू ऑल तक)
प्रथम – कोमल कुमारी (कक्षा X)
द्वितीय – मीरा कुमारी (कक्षा XII)
तृतीय – रवि शंकर (कक्षा XII)
डॉ. विक्टर घोष ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन बच्चों को न केवल उनकी कला प्रतिभा को निखारने का अवसर देते हैं, बल्कि उन्हें महान व्यक्तित्वों से प्रेरणा लेकर समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं।