



सविमं सिनीडीह में सप्तशक्ति संगम का आयोजन

भारत के विकास में महिलाओं की भूमिका अहम
डीजे न्यूज, कतरास(धनबाद):सरस्वती विद्या मंदिर सिनीडीह के प्रांगण में सप्तशक्ति संगम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि गीता मिश्रा, विशिष्ट वक्ता सरोज पाण्डेय एवं सामाजिक कार्यकर्ता मल्लिका तिवारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित एवं शंखनाद के साथ किया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आचार्या डॉ निशा तिवारी ने कहा कि सप्त शक्ति संगम विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित एक व्यापक राष्ट्रीय अभियान है जिसका उद्देश्य मातृशक्ति को सशक्त ,जागरूक और संगठित करके राष्ट्र के सर्वांगीण विकास में नारी की महत्वपूर्ण भूमिका को बताना है । परिवार , समाज और राष्ट्र का समग्र विकास तभी संभव है जब नारी सशक्त एवं जागरूक होकर अपना कार्य करें । विद्यालय की बहनों ने ‘हम ही मातृशक्ति हैं ‘ गीत गाकर उपस्थित मातृ शक्ति को भाव विभोर कर दिया। मुख्य अतिथि गीता मिश्रा ने कुटुंब प्रबोधन एवं पर्यावरण के संबंध में भारतीय दृष्टि पर अपना विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि एक माता के अंदर सात शक्तियां जन्म से विद्यमान रहती हैं । राष्ट्र को विश्व गुरु बनाने में पुरुष ही नहीं अपितु नारियों का भी योगदान है। बच्चों के अंदर आत्मविश्वास जागृत करने में माता का अहम रोल होता है । मिठे शब्द के प्रयोग से महिला गंभीर समस्या को भी चुटकी में हल कर लेती है । भजन, भोजन, वेशभूषा ,भ्रमण, कुटुंब प्रबोधन में सहायक तत्व नारियां ही हैं, पर्यावरण संरक्षण में भी महिला का अद्वितीय योगदान है। विशिष्ट वक्ता सरोज पाण्डेय ने कहा कि भारत के विकास में महिलाओं की अहम भूमिका है। महिलाऐं उद्धमिता, नवाचार, संस्कृति, संस्कार के माध्यम से राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। अपने अध्यक्षीय भाषण में मल्लीका तिवारी ने कहा कि सप्तशक्ति संगम का आयोजन भारतीय समाज में नारियों का योगदन को बढ़ावा देता है। महिला संस्कारों की जननी होती हैं। आत्मनिर्भर महिलाऐं समाज को उत्कृष्ट बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस अवसर पर संयुक्त परिवार के सूत्रधार 93 वर्षीय निरसा देवी को सम्मानित किया गया। वहीं माता भानु देवी को भी सम्मानित किया गया । अपने अनुभव कथन में रशमी मिश्रा ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम नारियों में जन जागरण कार्य करती है । मंच संचालन कार्यक्रम की सह प्रमुख कुमारी नामिता के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में कुल 155 नारी शक्ति शक्तियों का आगमन हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने में कुमारी विनिता ,ऊषा कुमारी, नमिता कुमारी ,अनिता कुमारी, सूतपा विश्वास, नेहा कुमारी ,शीतल कुमारी के साथ सभी आचार्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।
