




सूर्य सिंह बेसरा को मिला धारती सिंह चांदो का सम्मान
पहला अंतर्राष्ट्रीय माहली आदिवासी दिवस पर नयन चांद हेंब्रम तेरदेज मार्शल चांदो’ की उपाधि से सम्मानित
डीजे न्यूज, जमशेदपुर : सरायकेला जिला के आदित्यपुर फुटबॉल मैदान में 11 नवम्बर को आयोजित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय माहली आदिवासी दिवस ऐतिहासिक रूप से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर पूर्व विधायक एवं ऑल इंडिया माहली आदिवासी संगठन (आईमा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूर्य सिंह बेसरा को ‘धारती सिंह चांदो’ और नयन चांद हेंब्रम को ‘तेरदेज मार्शल चांदो’ की उपाधि से सम्मानित किया गया।
पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा ने बताया कि “यह दिवस न केवल माहली समाज की एकता और पहचान का प्रतीक है, बल्कि यह आदिवासी अस्मिता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम भी है।” उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में भारत के चार राज्यों असम, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और झारखंड के साथ-साथ भूटान के प्रतिनिधियों सहित करीब डेढ़ हजार लोगों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. डी.सी. राम माहली उपस्थित थे। अध्यक्षता बेसरा ने की, जबकि संचालन राष्ट्रीय महासचिव मनोरंजन माहली ने किया। आयोजन के दौरान “माहली कस्टमरी लॉ” पारित किया गया और 11 सूत्री घोषणा पत्र सर्वसम्मति से अंगीकृत किया गया। इसमें संविधान में आदिवासियों के लिए विशेष प्रावधान, संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित 9 अगस्त आदिवासी दिवस की मान्यता, और जनगणना में सरना धर्म कोड की तत्काल व्यवस्था की मांगें प्रमुख रहीं।
इस अवसर पर समाज के कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया। अमेरिका से उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली नितिशा बेसरा और जर्मनी में समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली मालोति हेंब्रम को “माहली आइकॉन” सम्मान से नवाजा गया। कार्यक्रम में भारत दिशोम माझी बाबा प्रधान सोरेन, भारत दिशोम पारगना बाबा विश्वनाथ सरेन और असम, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल व झारखंड के पारगना प्रतिनिधि शामिल हुए। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में विभिन्न राज्यों के पारंपरिक नृत्य-संगीत ने समा बांध दिया। बेसरा ने टाटा स्टील फाउंडेशन को सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि “हमारी परंपरा, संस्कृति और अस्तित्व की रक्षा के लिए ऐसे अंतर्राष्ट्रीय मंच समाज को नई दिशा देंगे।” कार्यक्रम के समापन पर कुंती बेसरा और रेशमा माहली ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए इसे “माहली समाज के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय” बताया।