

सूदखोरों के डर से भाग गया था बीसीसीएल कर्मी रामायण,
पुलिस ने धनबाद से बरामद किया, पूछताछ में किया खुलासा
डीजे न्यूज, तिसरा(धनबाद): बीते चार सितंबर से लापता बीसीसीएल कर्मी रामायण हरिजन सूदखोरों के डर से भाग गया था। तिसरा थाना की पुलिस ने गुरुवार को धनबाद में रामायण को बरामद करने में सफलता पाई है। पूछताछ के दौरान रामायण ने पुलिस के समक्ष यह बात स्वीकारी है। इसके बाद पुलिस ने रामायण को उसके परिजनों को सौंप दिया। वह तिसरा एम ओ सी पी क्षेत्रीय अस्पताल रहता है। बताते हैं कि रामायण हरिजन 4 सितंबर को नॉर्थ तिसरा परियोजना ड्यूटी करने गया था। वह बारूद वाहक के रूप में काम करता है। ड्यूटी से घर नहीं लौटने पर परिजनों ने इसकी सूचना तिसरा पुलिस एवं परियोजना पदाधिकारी को दी थी। उस समय से पुलिस उसकी तलाश में थी। तिसरा थाना प्रभारी सुमन कुमार ने बताया कि गायब होने के बाद एक टीम गठित की ग ई। टीम ने गायब रामायण के बिहार के बेतिया स्थित पैतृक घर तक की छान मारी। वहां दवाब बनाया गया। इसके बाद आज सुबह पता चला कि वह धनबाद में घूम रहा है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने धनबाद से उसे थाना ले आई। पहले तो रामायण ने बताया कि ड्यूटी से वापस लौटने के क्रम में अपराधियों ने मुंह बांधकर उसे उठा कर ले ग ए। थानेदार ने बताया कि कड़ाई से पूछताछ के क्रम में रामायण ने स्वीकार किया कि उसके ऊपर 30 से 35 लाख रुपये का कर्ज है। कर्ज चुकाने के डर से वह भाग गया था। रकम वापस देने के लिए सूदखोर उसे तंग कर रहा था। इधर उसके घर आने पर परिजनों ने राहत की सास ली है।
इस संबंध में नॉर्थ साउथ तिसरा के परियोजना पदाधिकारी संजीव कश्यप ने बताया कि कंपनी के नियम के तहत तत्काल उसे निलंबित किया जाएगा ।
इधर पुलिस को कई सूदखोर की तलाश है। रामायण ने अपनी डायरी में उन लोगों के नाम लिखे हैं, जिनसे उसने पैसा लिया है। पुलिस उन लोगों की भी जांच पड़ताल करने में जूटी है। इस घटना से सूदखोरों में हड़कंप मचा हुआ है।
