
सोबरनपुर में पानी को लेकर हाहाकार, हर दिन हो रहा विवाद प्रशासन बेखबर, लोग परेशान
डीजे न्यूज, पीरटांड़ (गिरिडीह): पीरटांड़ प्रखंड के बदगांवा पंचायत अंतर्गत सोबरनपुर गांव में पेयजल संकट गंभीर होता जा रहा है। गांव के वार्ड संख्या चार में दो जलमीनार तो बने हैं, लेकिन जलापूर्ति की व्यवस्था इतनी अव्यवस्थित है कि हर सुबह पानी के लिए लोगों में अफरातफरी मच जाती है। बाल्टी, ड्रम लेकर पानी भरने की होड़ में लोग आपस में उलझ पड़ते हैं और विवाद की स्थिति बन जाती है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क किनारे बिछाए गए पाइप में कुछ लोगों ने निजी स्वार्थवश छेड़छाड़ कर ली है। कई स्थानों पर नल तोड़कर पाइप को लंबा खींच कर अपने घरों तक जोड़ लिया गया है, जिससे टंकी का पानी जल्दी खत्म हो जाता है। नतीजतन कुछ लोगों को पानी मिल पाता है और बाकी लोग खाली हाथ रह जाते हैं।
“पहले हर घर पहुंचता था पानी, अब मचा है हाहाकार”
गांव की बंदनी देवी, देवंती देवी, यशोदा देवी समेत कई महिलाओं ने बताया कि जलमीनार बनने के बाद शुरू में पानी सभी घरों तक पहुंचता था, लेकिन अब हालत यह है कि लोगों को बाल्टी भर पानी के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। पाइपलाइन में बार-बार छेड़छाड़ और किसी की निगरानी नहीं होने से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
गांव के अन्य मोहल्लों में बने जलमीनार भी खराब हो चुके हैं। जलापूर्ति व्यवस्था में अनियमितता से लोग त्रस्त हैं। बताया गया कि इस मुद्दे पर तीन बार पंचायत भी हुई, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला।
प्रशासनिक उदासीनता बनी बाधा
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के समन्वयक गिरीश कुमार ने स्वीकार किया कि सोबरनपुर में पानी की समस्या है और कई बार समाधान की कोशिश की जा चुकी है। उन्होंने कहा, “गांव से समाधान नहीं निकल पा रहा है, लोग मेरी बात तक नहीं मानते।”
वहीं पंचायत सचिव सीताराम महतो ने मामले की जानकारी नहीं होने की बात कही और कहा कि वे जल्द ही स्थिति का जायजा लेकर समस्या का समाधान करेंगे।
स्थानीय निवासियों की मांग है कि जल्द से जल्द जलमीनारों की मरम्मत कर नियमित और समान रूप से जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए, ताकि गांव में जारी यह जल संकट और विवाद खत्म हो सके।