सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने किया मोतिलेदा पंचायत का शैक्षणिक भ्रमण, सुविधाओं का लिया जायजा 

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सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने किया
मोतिलेदा पंचायत का शैक्षणिक भ्रमण, सुविधाओं का लिया जायजा

करिकुलम को इस तरह से डिजाइन किया है कि विद्यार्थी क्लासरूम से निकलकर वास्तविक दुनिया से अपने आप को जोड़ सकें : रमन प्रीत कौर

विद्यार्थियों को वास्तविक ज्ञान से जोड़ने के प्रयास : जोरावर सिंह सलूजा

डीजे न्यूज, गिरिडीह : सलूजा गोल्ड इंटरनेशनल स्कूल के कक्षा छठी से दसवीं तक के कुल 189 विद्यार्थियों ने शिक्षक रजनीकांत, चंद्रमल्लिका घोष और जीतेन्द्र साहू के नेतृत्व में शनिवार को स्थानीय पंचायत मोतिलेदा का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को स्थानीय शासन के बारे में जानकारी देना और सेल्फ गवर्नेंस की महत्ता को समझाना था।

शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य

इस शैक्षिक भ्रमण का मुख्य उद्देश्य छात्रों को वास्तविक परिस्थितियों से जोड़कर उन्हें प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करना था, जिससे उन्हें सीखने की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल होने का मौका मिला और सीखे ज्ञान को वास्तविक दुनिया से जोड़ने का अवसर मिला।

विद्यार्थियों ने पूछे प्रश्न

इस भ्रमण के दौरान, विद्यार्थियों ने पंचायत के कामकाज और स्थानीय प्रशासन के बारे में प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया। विद्यार्थियों ने अपनी जिज्ञासा में मुख्य रूप से बुनियादी

सुविधाओं से सम्बंधित प्रश्न पूछे, जैसे:

– मोतीलेदा में लोगों को कौन सी जल सुविधा दी गई है?
– क्या सभी निवासियों को जल आपूर्ति सुलभ है?
– क्या कोई सार्वजनिक शौचालय है?
– क्या ठोस अपशिष्ट निपटान की कोई व्यवस्था है?
– क्या बिजली की आपूर्ति विश्वसनीय है?
– क्या निवासियों के लिए बिजली मुफ़्त है या उन्हें कुछ शुल्क देना पड़ता है?
– क्या क्षेत्र में कोई स्वास्थ्य सेवा सुविधा है?

पंचायत की भूमिका

विद्यार्थियों को इस संवाद से यह समझने का मौका मिला कि कैसे पंचायत स्थानीय स्तर पर विकास और ग्रामीण जीवन में सुधार के लिए काम करती है, और स्थानीय स्तर पर अलग-अलग स्तर के लोगों के लिए क्या-क्या योजनाएं और सुविधाएं सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई हैं।

क्या कहना है विद्यालय के निदेशक और प्रबंध निदेशक का

विद्यालय के निदेशक रमनप्रीत कौर ने कहा कि शैक्षणिक भ्रमण विद्यालय की पाठ्यक्रम का ही हिस्सा है। हमने अपने करिकुलम को इस तरह से डिजाइन किया है कि विद्यार्थी क्लासरूम से निकलकर वास्तविक दुनिया से अपने आप को जोड़ सकें और व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त कर सकें। विद्यालय के प्रबंध निदेशक जोरावर सिंह सलूजा ने शिक्षकों को विद्यार्थियों को वास्तविक ज्ञान से जोड़ने के प्रयास को सराहा।

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