स्कॉलर बीएड के प्रशिक्षुओं ने भाषा उत्सव यात्रा निकाल भाषा अनेक, भाव एक का दिया संदेश 

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स्कॉलर बीएड के प्रशिक्षुओं ने भाषा उत्सव यात्रा निकाल भाषा अनेक, भाव एक का दिया संदेश 

भाषा कोई बाधा नहीं, बल्कि सेतु : डॉ शालिनी खोवाला

डीजे न्यूज, गिरिडीह : बनहत्ती स्थित स्कॉलर बीएड कॉलेज में महाकवि सुब्रमण्यम भारती के जन्म दिवस के अवसर में प्राचार्य डॉ शालिनी खोवला के दिशा-निर्देश पर गुरुवार को भाषा उत्सव यात्रा निकाली गई। इसका शीर्षक था-“भाषा अनेक, भाव एक”। एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्प को लेकर कॉलेज प्रशिक्षुओं ने अलग-अलग परिधान धारण कर इस कार्यक्रम को साकार किया।

इस कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ शालिनी खोवाला ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कहा कि आज यह एक साधारण कार्यक्रम नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक आत्मा का उत्सव है। भारत अनेक भाषाओं का देश है, पर हमारी भावना एक है-“अनेक भाषाएँ, एक भाव”। हम इस पावन दिन पर महाकवि सुब्रमण्यम भारती जी की जयंती भी मना रहे हैं। भारती जी केवल महान कवि ही नहीं थे, बल्कि भाषा, स्वतंत्रता और मानवता के अद्भुत प्रहरी थे। प्राचार्य ने महाकवि के कथन को याद कर कहा कि “जो भाषा हमें जोड़ती है, वही राष्ट्र को सशक्त बनाती है।”

उनके शब्द हमें यह संदेश देते हैं कि भाषा कोई बाधा नहीं, बल्कि सेतु है। एक ऐसी शक्ति जो हमें सोचने, समझने और एक-दूसरे का सम्मान करने की प्रेरणा देती है।

प्राचार्य डॉ खोवाला ने छात्रों से अपील किया कि वो अपनी मातृभाषा का सम्मान करें, अन्य भारतीय भाषाओं को आदर से सीखें और संवाद को अपना सबसे सशक्त उपकरण बनाएं। भाषाएँ सीखने वाला छात्र हमेशा अधिक संवेदनशील, अधिक समझदार और अधिक सक्षम बनता है। आज का यह उत्सव हमें हमारे बहुरंगी भारत की सुंदरता और एकता का एहसास कराता है। आइए संकल्प लें—

हम भाषा के माध्यम से ज्ञान, संस्कार और राष्ट्रीय एकता को आगे बढ़ाएंगे। अपने उद्बोधन के पश्चात प्राचार्या डॉ खोवाला ने हरी झंडी दिखाकर भाषा उत्सव रैली को रवाना किया। इस दौरान प्रशिक्षुओं में काफी उत्साह देखने को मिला। प्रशिक्षुओं ने भारत के विभिन्न भाषा को प्रस्तुत करते हुए भाषा अनेक, भाव एक का संदेश दिया। इस कार्यक्रम में डॉ हरदीप कौर भी मौजूद रहीं। वहीं समन्वयक की भूमिका डॉ प्रवीण कुमार मिश्रा व डॉ सुधांशु शेखर जमैयार ने निभाया। इस दौरान सभी सहायक व्याख्यातागण, शिक्षकेत्तर कर्मचारी व प्रशिक्षु छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।

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