
सिविल सर्जन ने बिरनी अस्पताल का किया निरीक्षण, ड्यूटी पर तैनात कर्मियों की हाजिरी पंजी में गड़बड़ी पर दी सख्त हिदायत
बिरनी (गिरिडीह) : गिरिडीह के सिविल सर्जन डॉ. शेख मोहम्मद जियाउल ने मंगलवार को बिरनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में पहुंचते ही स्वास्थ्यकर्मियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया। सिविल सर्जन ने सबसे पहले प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शेख मोहम्मद ताज उद्दीन से उपस्थिति पंजी की जांच की।
हाजिरी पंजी की जांच के दौरान कई स्वास्थ्यकर्मी अनुपस्थित पाए गए, हालांकि वे अपनी ड्यूटी पर तैनात थे लेकिन उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर नहीं किए थे। इस लापरवाही पर सिविल सर्जन ने नाराजगी जताई और सभी को स्पष्ट निर्देश दिया कि केवल बायोमेट्रिक हाजिरी ही नहीं, बल्कि पंजी में भी नियमित रूप से उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य है।
व्यवस्थाओं से संतुष्ट दिखे सिविल सर्जन
सिविल सर्जन ने अस्पताल परिसर, बाह्य रोगी कक्ष, दवा भंडार, प्रसव कक्ष, वार्ड और शौचालयों की साफ-सफाई और व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल की समग्र व्यवस्था की सराहना की और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी समेत पूरे स्टाफ को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि बिरनी अस्पताल अन्य कई सीएचसी की तुलना में बेहतर स्थिति में है।
उन्होंने बताया कि सीमित संसाधनों और चिकित्सकों की कमी के बावजूद अस्पताल में प्रतिदिन 200 से 300 मरीजों का इलाज किया जाता है और औसतन 5 से 6 प्रसव होते हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि अस्पताल में रात्रि में गार्ड की अनुपस्थिति के बावजूद चिकित्सा सेवा निर्बाध रूप से दी जा रही है, जो सराहनीय है।
स्टाफ को मिली सख्त हिदायत
निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन ने उपस्थित सभी कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए कि भविष्य में हाजिरी पंजी में अनुपस्थिति न हो और तय समय पर सभी कर्मचारी ड्यूटी पर उपस्थित रहें। उन्होंने पारदर्शिता एवं अनुशासन बनाए रखने की बात कही।
मौके पर मौजूद रहे
डॉ. साकिब जमाल, डॉ. प्रवीण अग्रवाल, सीएचओ ताकेश्वर अहीर, एएनएम अनिता कुमारी, बच्चूलाल पासवान, पंकज सिंह, दामोदर वर्मा सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।